ईंधन की कीमतें बढ़ने से (Over Rising Fuel Prices) भड़के पाकिस्तानियों (Furious Pakistanis) ने कराची (Karachi) के मध्य जिले में पुरानी सब्जी मंडी के पास (Near Old Vegetable Market) पेट्रोल पंप पर हमला कर (Attack on Petrol Pump) पथराव किया (Stone Pelting) और पंप तोड़ डाले (Pump Broken) । लरकाना में भी लोगों ने पेट्रोल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जब गुस्साए नागरिकों ने लरकाना के जिन्ना बाग चौक पर टायरों में आग लगा दी तो स्थिति और बिगड़ गई। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतों में वृद्धि की है, जिसके खिलाफ अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इसके बाद पेट्रोल 179.85 रुपये प्रति लीटर, डीजल 174.15 रुपये प्रति लीटर और केरोसिन 155.95 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने प्रेस वार्ता में यह घोषणा की। इससे एक दिन पहले कतर में पाकिस्तान सरकार और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच आर्थिक सहायता को लेकर हुई बातचीत बेनतीजा रही थी।
ईंधन की कीमतों में वृद्धि के प्रभाव को कम करने के उपायों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रति माह 28 अरब रुपये का एक नया राहत पैकेज शुरू किया। हर बार की तरह शहबाज सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि उनकी वजह से उन्हें भारी मन के साथ ईंधन की कीमतें बढ़ाने का कठिन निर्णय लेना पड़ा।
कुछ दिन पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान को अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा कि अगर नेता ने 10 किलो गेहूं के आटे की बोरी की कीमत घटाकर 400 रुपये नहीं की तो वह अपने कपड़े बेच देंगे और लोगों को सस्ता आटा खुद उपलब्ध कराएंगे। ठाकारा स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि मैं अपनी बात दोहराता हूं, मैं अपने कपड़े बेच दूंगा और लोगों को सबसे सस्ता गेहूं का आटा उपलब्ध कराऊंगा।