भारत और बांग्लादेश के बीच एक जून से मिताली एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हो जाएगा। इस ट्रेन के परिचालन होने से दोनों देश के बीच न केवल सामाजिक रिश्ता मजबूत होगी बल्कि आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा मिलेगा। कटिहार रेल मंडल क्षेत्र के न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से ढाका के बीच चलने वाली मिताली एक्सप्रेस को रेल मंत्री दिल्ली से वर्चुअल हरी झंडी दिखाएंगे। भारत और बंगलादेश देश के बीच पैसेंजर ट्रेन के चलाने की घोषणा से दोनों देश के रेल यात्रियों में हर्ष का माहौल व्याप्त है। कटिहार रेल मंडल के सीनियर डीसीएम प्रशांत जी ने बताया कि मिताली एक्सप्रेस में यात्रियों की सुविधा के लिए आठ अलग-अलग प्रकार की कोच की व्यवस्था की गयी है। जिनमें चार कोच वातानुकूलित और चार चेयर कार लगायी जायेगी।
2020 में ही आवाजाही के लिए खुला था लिंक
मालूम हो कि भारत स्थित हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश स्थित चिलाहाटी के बीच बने रेल लिंक को भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री द्वारा 17 दिसंबर 2020 को यात्री और माला यातायात की आवाजाही के लिए खोल दिया गया था। दोनों देश के रेलवे के संयुक्त प्रयास से 1 अगस्त 2021 से मालगाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया था। 27 मार्च 2021 को मिताली एक्सप्रेस चलाने की घोषण दोनों देश के प्रधानमंत्री द्वारा की गयी। यात्री ट्रेन चलाने के लिए उसी समय से कवायद चल रही थी। लेकिन कोविड संक्रमण के चलते परिचालन शुरू नहीं हो सका था।
बिहार यात्री संघ के सचिव मदन लाल मंडल ने बताया कि भारत और बंग्लादोश के बीच यात्री ट्रेन के परिचालन शुरू होने से दोनों देश के न केवल व्यपारियों को बल्कि आम लोगों को भी फायदा मिलेगा। सीनियर डीसीएम ने बताया कि भारत और बांग्लादेश को जोड़ने वाले पांच लिंक चालू किए गए हैं। जिनमें पेट्रापोल (भारत) से बेनापाल (बांग्लादेश), गेदे (भारत) से दर्शन (बांग्लादेश), सिंहाबाद (भारत) से रोहनपुर (बांग्लादेश) और राधिकापुर (भारत) लिंक शामिल हैं। हल्दीबाड़ी (भारत) से चिलाहाटी (बांग्लादेश) पांचवां लिंक है। हल्दीबाड़ी रेलवे स्टेशन और चिलाहाटी के बीच की कुल दूरी 7.5 किमी है।