पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने शनिवार को दावा किया कि न्यूजीलैंड जैसे छोटे देश के प्रधानमंत्री को भी उतना खतरा नहीं मिलता, जितना उन्हें बतौर प्रधानमंत्री मिला था। इमरान खान ने कहा, “हम 22 करोड़ की जनता वाला देश हैं। यहां तक कि न्यूजीलैंड जैसे छोटे देश के पीएम को भी इस तरह की धमकियां नहीं मिलती हैं।” पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ को भी धमकियां मिली थीं लेकिन उन्होंने जो किया वो देश के लिए शर्मनाक था। इमरान खान ने पाक के नए पीएम शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) से अपील की कि खुदा के वास्ते उनके पास मत आना, तुम जैसे चोरों को मैं अपने साथ नहीं ले सकता। जानिए क्यों ऐसा कह गए इमरान खान…
पाकिस्तान के नए पीएम के तौर पर अपने निष्कासन के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान खान ने शनिवार को कहा कि वह ‘उन्हें हटाने के पीछे अमेरिकी साजिश’ का दावा करने में सही साबित हुए हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) द्वारा साजिश के सिद्धांत को खारिज करने के ठीक एक दिन बाद आया है। इमरान खान ने कहा कि एनएससी के बयान ने साबित कर दिया कि वो बात असली थी। इमरान खान ने कहा, “मैं एक कदम आगे बढ़कर कहूंगा कि अमेरिकी अधिकारी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह अहंकारी था कि जो बाइडेन प्रशासन के अधिकारी ने हमारे राजदूत से कहा कि इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाना होगा।”
कम से कम माफी तो मांग ले शहबाजः इमरान
इमरान खान ने कहा, “शहबाज शरीफ ने पहले कहा था कि विदेशी साजिश फर्जी है। उन्होंने कहा कि अगर सही है तो वह आएंगे और मेरे साथ जुड़ेंगे। कृपया मत आना। मैं ऐसे चोरों को अपने साथ नहीं ले जा सकता। लेकिन कम से कम माफी मांग लो।” शहबाज पर हमला बोलते हुए इमरान खान ने कहा, “बाप-बेटे दोनों जमानत पर हैं। क्या उन्हें कोई और नहीं मिला? ऐसे लोगों को देश सौंपे जाने से बड़ी साजिश क्या हो सकती है?”
न्यूजीलैंड के पीएम को भी नहीं मिली इतनी धमकी
इमरान खान ने कहा कि हम 22 करोड़ की जनता वाला देश हैं। यहां तक कि न्यूजीलैंड जैसे छोटे देश के पीएम को भी इस तरह की धमकियां नहीं मिलती हैं। जितनी मुझे मिली।”