लद्दाख के नजदीक चीन की जिस हलचल पर चिंता जताई जा रही थी, उसपर अब आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे का बयान आ गया है. नरवणे ने साफ कहा है कि चीन का अंदरूनी इलाकों में युद्धाभ्यास करना रूटीन अभ्यास है, जिसके लेकर चिंता की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों ने पैंगोंग झील समझौते का पूरा सम्मान रखा है. नरवणे ने कोरोना संकट से निपटने के लिए सेना ने जो तैयारियां की हुई हैं, उनपर भी बात की
लद्दाख के नजदीक चीन के युद्धाभ्यास की खबरों पर आर्मी चीफ नरवणे ने कहा, ‘सभी सेनाएं एक तय वक्त के दौरान ट्रेनिंग एरिया में आती हैं. इसी तरह चीन भी अपने ट्रेनिंग एरिया में आया है. जहां पर चीन की सेना वापस जा चुकी है, मतलब जहां डिसएंग्जेमेंट हो चुका है, वहां सेना की वापसी नहीं हुई है. पैंगोंग झील पर जो सेनाओं की वापसी हुई, उस समझौते का दोनों ही देशों ने पूरा सम्मान रखा है.’ चीनी सेना कई वर्षों से इन क्षेत्रों में आ रहे हैं जहां वे गर्मी के समय में अभ्यास करते हैं. यह क्षेत्र भारत की सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर है.