महाराष्ट्र के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) संजय पांडेय ने राज्य सरकार से पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह और 25 अन्य पुलिस अफसरों को सस्पेंड करने की सिफारिश की है. परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार और वसूली समेत कई मामले दर्ज हैं. दो मामलों में एसीबी उनके खिलाफ जांच भी कर रही है. डीजीपी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में परमबीर सिंह के अलावा जिन पुलिस अफसरों का नाम है, उनमें डीसीपी, एसीपी और अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, जिन पुलिस अफसरों को संस्पेंड करने की सिफारिश की गई है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं और जांच की जा रही है.
वहीं, महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों ने भी पुष्टि की है कि डीजीपी द्वारा ये प्रस्ताव भेजा गया है. हालांकि, सरकार की ओर से इसे वापस भेज दिया गया है और कहा गया है कि जिन अफसरों को सस्पेंड करने की मांग की गई है, हर एक की भूमिका को स्पष्ट करने के लिए कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक, परमबीर सिंह 4 मई से छुट्टी पर हैं. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर छुट्टी मांगी थी. इसके बाद 29 अगस्त तक उन्होंने दो बार छुट्टी को बढ़ाया. हालांकि, बाद में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी, ना ही वे ड्यूटी पर वापस लौटे. अभी तक उनकी ओर से इसे लेकर कोई जवाब भी नहीं दिया गया है.
पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जस्टिस चांदीवाल आयोग का गठन किया गया था. परमबीर सिंह के आयोग के सामने पेश ना होने पर उनपर जुर्माना भी लगा था. इतना ही नहीं आयोग ने पेश ना होने पर उनके खिलाफ दो जमानती वारंट भी जारी किए थे. लेकिन ये तामील नहीं किया गया, क्योंकि उनका पता नहीं चल सका. महाराष्ट्र पुलिस सीआईडी की एक टीम परमबीर सिंह को जमानती वारंट देने के लिए चंडीगढ़ गई थी, लेकिन वे वहां भी नहीं मिले.