असम (Assam) के लगभग 20 से अधिक जिले इस समय बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। इस कड़ी में ग्वालपाड़ा जिले में भी बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त (messy) हो गया है। असम और मेघालय में भारी बारिश के कारण मंगलवार को दोपहर बाद दुधनै नदी पर बना तटबंध टूट गया, जिसके चलते एक बड़े हिस्से में पानी भर गया है। ऊपरतोला में तटबंध टूटने के चलते तेजी के साथ पानी रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर गया है। कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। लोग काफी भयभीत हो गये हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (disaster management authority) की ओर से सोमवार की रात को जारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष की पहली बाढ़ से राज्य के 20 जिले प्रभावित हुए हैं। इसके चलते 1 लाख 97 हजार 248 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में राज्य में अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार राज्य के छह जिलों के 94 गांवों में कुल 24,681 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में बजाली, बाक्सा, बिश्वनाथ, कछार, चराइदेव, दरंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, डिमा-हसाओ, होजाई, कामरूप, कार्बी आंगलोंग वेस्ट, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, नगांव, नलबाड़ी, शोणितपुर, तामुलपुर, उदालगुड़ी शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित जिलों में 16645.61 हेक्टेयर फसल भूमि भी जलमग्न हो गई है। अकेले कछार जिले में 51357 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सेना, अर्धसैनिक बल, एसडीआरएफ, अग्निशमन (Fire Fighting) और आपातकालीन सेवाओं ने कछार जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 2623 लोग राहत शिविर में रहने के मजबूर हुए हैं। भीषण भूस्खलन से डिमा हसाउ जिले में बेहद गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। जिले में रेल और सड़क (rail and road) सेवा पूरी तरह से बंद हो गई है।