दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत सोमवार को अचानक से खराब हो गई है, जिसके चलते वह सावधानी का पूरा ध्यान रखते हुए मंगलवार को कोविड-19 की जांच करवाएंगे। उन्हें हल्का बुखार और गले में खराश की शिकायत है। कोरोना जैसे लक्षणों को देखते हुए उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री रविवार दोपहर से ही अस्वस्थ महसूस कर रहे थे।
केजरीवाल हर रोज कोरोना की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। लेकिन सोमवार को उन्होंने अपनी सभी मीटिंग भी रद्द कर दीं। इससे पहले आप सरकार ने बिना लक्षणों वाले लोगों के कोरोना टेस्ट पर रोक लगा रखी है। सिर्फ लक्षण होने पर ही टेस्ट किए जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक टीवी चैनल में केजरीवाल की तबीयत खराब होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जो लोग सीएम केजरीवाल के संपर्क में आए हैं। उन लोगों ने सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है।
सीएम केजरीवाल को आखिरी बार रविवार शाम को एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग के दौरान देखा गया था। इस बीच उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज होने की घोषणा की। साथ ही कहा कि शहर की उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा से लगी सीमाएं सोमवार यानी आज से खुलेंगी। केजरीवाल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के लिए इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं होगा और यदि दूसरे राज्यों के लोग कुछ विशेष ऑपरेशनों के लिए दिल्ली आते हैं, तो उन्हें निजी अस्पतालों में उपचार कराना होगा।
बता दें, दिल्ली में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मरीजों का आंकड़ा 27 हज़ार 654 पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में 1320 नए मामले सामने आए हैं। अब तक 761 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में मौजूदा समय में 219 कंटेनमेंट जोन हैं।