अमेरिका के टेक्सास (Texas of America) में यहूदियों को बंधक बनाए जाने की घटना (Texas Hostage Incident) के बाद आतंकवाद (Terrorism) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) की भूमिका जांच के घेरे में आ गई है. शनिवार सुबह टेक्सास के सिनेगॉग में पाकिस्तानी-अमेरिकन न्यूरो साइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) को रिहा (released) कराने की मांग को लेकर एक शख्स ने कुछ लोगों को बंदी बना लिया था. जिसे बाद में एफबीआई (FBI) की टीम ने मार गिराया और सभी बंधकों को बचा लिया. दरअसल आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) को आतंकवाद से जुड़े आरोपों के तहत 86 साल की सजा दी गई है. पाकिस्तान ने बार-बार अमेरिका से आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) को रिहा करने की मांग की है.
पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आतंकवाद से जुड़े इस नए अध्याय की शुरुआत शनिवार सुबह उस वक्त हुई जब मोहम्मद सिद्दीकी नाम के एक शख्स ने सिनेगॉग में 4 यहूदियों को बंधक बना लिया और अधिकारियों से यह मांग करने लगा कि उसकी बहन आफिया सिद्दीकी को रिहा किया जाए, जो कि कार्सवेल में फेडरल मेडिकल सेंटर में कैद है.
12 घंटे तक चले इस गतिरोध के बीच, आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) के वकील ने मीडिया से कहा कि यह अपहरणकर्ता आफिया का भाई नहीं है और वह अपने नाम पर इस तरह की हिंसा और साजिश नहीं चाहती है. वहीं लोगों को बंधक बनाने वाले इस शख्स ने दावा किया कि उसके पास बम है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना के वक्त सिनेगॉग में धार्मिक कार्यक्रम का प्रसारण फेसबुक पर लाइव चल रहा था. इस दौरान एक बंदूकधारी शख्स अंदर घुस आया और उसने 4 लोगों को बंधक बना लिया. देर शाम एफबीआई की होस्टेज रेस्क्यू टीम क्वांटिको से सिनेगॉग पहुंची और बंधकों को रिहा कराने के साथ-साथ हमलावर को मार गिराया.
आफिया सिद्दीकी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान लगातार अमेरिका से मांग करता आया है. दरअसल आफिया सिद्दीकी पर अलकायदा के साथ मिलकर अमेरिका के खिलाफ काम करने का आरोप लगा है. मीडिया के एक वर्ग के द्वारा आफिया को लेडी अलकायदा के नाम से भी पुकारा जाता है. जबकि पाकिस्तान का एक तबका आफिया को डॉटर ऑफ नेशन यानि राष्ट्र की बेटी कहकर पुकारता है. पाकिस्तान में इस वर्ग ने आफिया की जेल से रिहाई के लिए कैंपेन चलाया है.
पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान ने पार्लियामेंट्री अफेयर एडवाइजर बाबर अवान को आफिया सिद्दीकी की रिहाई के लिए विदेशों में किए जा रहे प्रयासों से जुड़े मामलों की निगरानी के लिए नियुक्त किया है ताकि आफिया को सुरक्षित तरीके से रिहा किया जा सके. हालांकि पिछले एक दशक में अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते काफी खराब हुए हैं. बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप की तरह राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पाकिस्तान की अनदेखी की है.