किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बजट को लेकर कहा कि अभी (Right Now) व्यापारियों (Traders)को इसका फायदा हो रहा है (Benefiting) जो कम क़ीमत में फसलों को ख़रीदकर (Who buy Crop at Low Prices) एमएसपी में महंगे क़ीमत में बेचते है (Sell them at High Prices) । राकेश टिकैत ने कहा है कि एमएसपी गारंटी कानून बनने के बाद ही किसानों को फायदा होगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि बजट का कुछ न कुछ फायदा होता है, लेकिन जितना दिखाया जाता है उतना फायदा नहीं होता, दिखाते ज़्यादा हैं और मिलता कम है। हमने कहा एमएसपी गारंटी क़ानून बना दें, इस क़ानून से कम क़ीमत में फसलों की ख़रीद बंद होगी।बता दें राकेश टिकैत केंद्र से लगातार एमएसपी पर कानून लाने की मांग करते रहे हैं।कृषि कानूनों के रद्द हो जाने के बाद भी टिकैत सरकार पर बेहद हमलावर हैं। उन्होंने कहा कि जब तक एमएसपी का कानून नहीं लाया जाएगा तब तक आनाजों की खरीददारी में फर्जीवाड़ा होता रहेगा। इससे किसानों के बजाय केवल व्यापारी, अधिकारी और नेताओं को ही फायदा होता रहेगा।
सरकार ने इस बजट में कृषि क्षेत्रों में डिजिटलाइजेशन को और बढ़ावा देने की भी बात कही है. इसपर राकेश टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि हम कई सालों इसकी वकालत कर रहे हैं। हमारी मांग है कि किसानों को जो बकाया है उसका भी डिजिटलाइजेशन कर उसका भुगतान डिजिटली रूप से किया जाए. साथ ही 23 फसलों को डिजिटल से जोड़ देना चाहिए।
गन्ना बकाए पर बात करते हुए टिकैत ने कहा गन्ना कानून में अगर 14 दिनों में भुगतान नहीं होगा तो ब्याज देने का प्रावधान है, लेकिन पैसा नहीं मिलता है। पांच सालों से बीजेपी की यूपी में सरकार है, लेकिन फिर भी नहीं किया गया. मार्च महीने से भुगतान बकाया है, वहीं एमएसपी पर खरीद से किसानों को फायदा तब होगा जब एमएसपी गारंटी कानून बन जाएगा। तब सस्ते में कोई व्यापारी नहीं खरीद सकेगा और फिर कारोबारी एमएसपी पर बेचते हैं, इससे किसानों को नुकसान होता है।