उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक अनोखी शादी देखने को मिली. उन्नाव के गंजमुरादाबाद के गांव में 58 साल के दूल्हा और 50 साल की दुल्हन शादी के बंधन में बंधे. उनका 13 साल का बेटा बाराती बनकर बैंड बाजे पर डांस करता नजर आया. शादी के बाद 58 साल के बुजुर्ग ने बताया कि गांव के कुछ लोग उसे बिना शादी के महिला साथ रहने पर ताने मारते थे. इन तानों से बचने के लिए प्रधान के कहने पर दोनों ने उम्र के इस पड़ाव पर शादी करने का फैसला लिया.
रसूलपुर रूरी में रहने वाले नारायण और रामरती दोनों करीब पंद्रह सालों से साथ में रह रहे हैं. परिवार में कोई और न होने के कारण दोनों बंटाई पर खेती और मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं. शादी के लिए ग्राम प्रधान व अन्य लोगों ने डीजे, बैंड बाजा और हलवाई की व्यवस्था की और 12 जुलाई की रात दोनों ने शादी की रस्में पूरी कीं. गाड़ियों में सवार होकर बाराती वर व वधू को लेकर गांव के ब्रम्हदेव बाबा के मंदिर पहुंचे. रास्ते में प्राथमिक विद्यालय के पास बारातियों को नाश्ता कराया गया. देर रात घर में दोनों ने शादी के फेरे लिए और गांव वालों ने दोनों को ढेर सारी शुभकामनाएं दी.
नारायण और रामरती पिछले 15 सालों से एक साथ रह रहे हैं और उनका एक बेटा भी है. जिसे वो बड़े ही लाड़ प्यार के साथ रखते हैं. बेटा अपने माता-पिता की इस शादी से बेहद खुश है और उसने शादी में डीजे पर जमकर डांस भी किया. रामरती के पिता ने कन्यादान की रस्म भी निभाई और धूमधाम से विवाह की सभी रस्में पूरी की. बारातियों को खाना खिलाया गया. इस शादी से गांव के अलावा उनके परिजन भी बेहद खुश नजर आए. दूल्हे की बहन जानकी का कहना है कि अपने भाई की शादी से वो बेहद खुश हैं. देर रात तक शादी का जश्न मनाया गया और पूरे इलाके में इस अनोखी शादी की चर्चा हो रही है. इस बारात में पूरी तैयारियां ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों के साथ मिलकर अपने खर्च पर की.