अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और जेएसडब्ल्यू ग्रुप के अध्यक्ष सज्जन जिंदल समेत देश के टॉप उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस पार्टी) शासित पश्चिम बंगाल पर भरोसा जताया है। इन कारोबारियों ने सूबे में 20,000 करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
ये कारोबारी कोलकाता में बुधवार (20 अप्रैल, 2022) को बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन-2022 (बीजीबीएस) के छठे सत्र में सीएम से मिले। अडानी समूह ने अकेले अगले एक दशक के दौरान बंगाल में 10,000 करोड़ रुपए के निवेश की इस दौरान प्रतिबद्धता जताई।
ग्रुप यह निवेश राज्य में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए डेटा केंद्र, समुद्र में केबल, उत्कृष्टता केंद्र, भंडारण और लॉजिस्टिक पार्क जैसे बंदरगाह और बुनियादी ढांचे से जुड़े क्षेत्रों में करेगा। अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने कहा कि इस निवेश से पश्चिम बंगाल में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 25,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
वहीं, जेएसडब्ल्यू के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने निवेश राशि का ऐलान तो नहीं किया, पर उन्होंने 900 मेगावॉट की पंप के जरिए भंडारण वाली जलविद्युत परियोजना के निर्माण की मंशा जताई है। इस आकार के प्रोजेक्ट पर 7,000 से 7,500 करोड़ रुपए का निवेश करने की जरूरत होती है।
यही नहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर के एमडी संजीव मेहता ने राज्य सरकार की तारीफ की। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री में बदलाव का सपना देखने का साहस और दृढ़ विश्वास है। उन्होंने आगे बताया कि कंपनी के बंगाल में चार कारखाने हैं और वह भौतिक बुनियादी ढांचे और बाजार में निवेश करना जारी रखेगी।
इस बीच, टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि समूह राज्य में अपने कारोबार के विस्तार के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जबकि हीरानंदानी समूह के प्रमुख निरंजन हीरानंदानी ने डेटा केंद्र और औद्योगिक लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना के लिए राज्य में 1,500 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई। इस बीच, सीएम ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से गुजारिश करते हुए कहा है कि वे दिल्ली तक यह बात पहुंचा दें कि एंजेसियों की ओर से उद्योगपतियों को परेशान न किया जाए।
यह बात सीएम ने कार्यक्रम में अपने संबोधन के अंत में कही। राज्यपाल की ओर देखते हुए वह बोलीं- “महामहिम, कृपया बुरा न मानें…मेरे पास पूरी इंडस्ट्री की ओर से आपके लिए एक बातहै… मैं चाहती हूं कि आप दिल्ली को बताएं कि हमें केंद्र से पूरी मदद चाहिए। लेकिन दिल्ली से कह दीजिए कि एजेंसियों के जरिए उद्योगपतियों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।”
सीएम की स्पीच खत्म होने के बाद कार्यक्रम स्थल पर जोरदार तालियां बजीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम से सीधे तौर पर मिले कुछ उद्योगपतियों ने कार्यक्रम के बाद उन्हें यह मुद्दा उठाने के लिए शुक्रिया अदा किया। मुंबई के एक कारोबारी सीएम को यह कहते सुने गए कि “शुक्रिया दीदी, इस बोल्ड संदेश के लिए। इसमें कोई दोराय नहीं कि यह चीज आने वाले कल के अखबारों की सुर्खी होगी।”