मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती (senior BJP leader Uma Bharti) ने कहा है कि उन्होंने राजनीति नहीं छोड़ी (not leave politics) है और वह अगला चुनाव लड़ेंगी। सोमवार को मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर जिले में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल पांच साल का ब्रेक (five year break) लिया क्योंकि वह लंबे समय से काम कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने (पिछली बार) चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था क्योंकि मैं लंबे समय से काम कर रही थी। मैंने पांच साल के लिए ब्रेक लेने के बारे में सोचा। लोगों ने सोचा कि मैंने राजनीति छोड़ दी है, लेकिन मैं यह कहते-कहते थक गई हूं कि मैंने राजनीति नहीं छोड़ी है।’
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना और ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन समेत कई विकास कार्यों का हवाला देते हुए भारती ने कहा कि जब वे राजनीति में थीं तब ये परियोजनाएं हकीकत बने। बीजेपी नेता ने कहा, ‘चाहे मैं 75 साल की हो जाऊं या 85 साल की, मैं राजनीति में सक्रिय रहूंगी और अगला चुनाव लड़ूंगी। मुझे राजनीति बहुत पसंद है।’ उन्होंने कहा कि राजनीति को उन लोगों ने बर्बाद कर दिया है जो इसे विलासिता का साधन मानते हैं।
मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे। भारती ने आखिरी बार 2014 में झांसी (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री बनीं। इस महीने की शुरुआत में, मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भारती ने तीन सितंबर को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा शुरू की गई बीजेपी की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ में आमंत्रित नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की थी।
पिछले दिनों भारती ने राज्य में कड़ी शराब नीति की मांग को लेकर एक अभियान भी चलाया था और विरोध स्वरूप कुछ शराब की दुकानों पर पथराव किया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस विरोध प्रदर्शन के दौरान भोपाल, ओरछा और छिंदवाड़ा में विभिन्न शराब की दुकानों पर विरोध प्रदर्शन किया। शराब नीति में संशोधन की मांग को लेकर वह एक मंदिर में भी रुकी थीं। अगस्त के आखिरी हफ्ते में, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान भारती के भतीजे और खड़गपुर (टीकमगढ़ जिले) से विधायक राहुल सिंह लोधी को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है।