आहिस्ता-आहिस्ता होने वाली बारिश न जाने कब विकराल रूप लेते हुए लोगों की जान लेने पर अमादा हो जाती है। इसकी बखूबी तस्वीर हैदराबाद से समझी जा सकती है। यहां पर भारी बारिश के कहर से अब तक 50 से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मगर, इन सबके बीच जब आम जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिश की गई तो शनिवार को हुई भारी बारिश ने फिर से तबाही का मंजर पैदा कर दिया। कल तक जिन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही दिखा करती थी। आज वही सड़कें जलमगन हो चुकीं हैं। कल तक जो सड़के लोगों की आमद से गुलजार रहा करती थी। आज वही सड़कें वीरान हो चुकी है। इन वीरान सड़कों पर जमे जल का बसेरा अब लोगों के लिए बेबसी का सबब बन चुकी है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। भले ही इसे पटरी पर लाने की कवायद जारी हो, मगर जमीनी हकीकत इससे जुदा नजर आ रही है।
सबसे ज्यादा ये इलाके हुए त्रस्त
भारी बारिश के इस कहर से सबसे ज्यादा हैदराबाद का चंद्रायगुट्टा इलाका त्रस्त है। यहां पर सड़कें जल मगन हो चुकी है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। भारी बारिश से अब तक यहां पर 50 लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को मेडचल मल्काजगिरी जिले के सिंगापुर टाउनशिप में 157.3 मिमी और शहर के उप्पल के पास बांदलागुड़ा में 153 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। शहर के कई अन्य इलाकों में भी भारी बारिश दर्ज हुई है। मौसम विभाग ने के मुताबिक, रविवार को भी हैदराबाद के कई इलाकों में भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने लगाई मदद की गुहार
उधर, हैदराबाद के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भारी बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 2,250 करोड़ रूपए की मदद की मांग की है। राज्य में 9 से 13 अक्टूबर तक हुई भारी बारिश से अब तक 4, 450 करोड़ रूपए की नुकसान हुआ है। भारी बारिश के चलते खेती को अत्याधिक नुकसान का सामना करना पड़ा है।
महाराष्ट्र का हाल भी बेहाल
उधर, हैदराबाद के बाद अब महाराष्ट्र भी भारी बारिश के जद में आ चुका है। यहां पर भी कई इलाकों में भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। बहरहाल, अब जाम जीवन को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। महाराष्ट्र के बारामती में भारी बारिश के चलते पुल टूट गया। जिससे 15 गांवों का संपर्क टूट चुका है।