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हाईटेक लुटेरे गिरफ्तार, चलती गाड़ी में करते थे चोरी, 500 से अधिक वारदातों को दे चुके हैं अंजाम, अमेजन और फ्लिपकार्ट को लगाया चूना

देश के अलग-अलग राज्यों में ऑनलाइन डिलिवरी करने वाली कंपनियों के सामान को फिल्मी तर्ज पर लूटने व चोरी करने वाले मेवाती गैंग के तीन लुटेरों को पुलिस ने अरेस्ट किया है। ये पटना, लखनऊ, कोलकाता, जयपुर, मुंबई से आने-जाने वाले सामान को चलती गाड़ी से चोरी कर दिल्ली में बेचते हैं। चलती गाड़ी में ही लॉक तोड़ते थे और फिर से सील कर देते थे। कम्प्यूटर, इलेक्ट्रोनिक के एक्सपर्ट हैं आरोपी एसपी दीपक गहलावत ने कहा कि पकडे़ गए आरोपित भले ही कम पढ़े हैं लेकिन ड्राइवरी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक के एक्सपर्ट हैं। आरोपित जिस गैंग से जुड़े हैं, उसमें 150 सदस्य हैं और देश के अलग-अलग राज्यों में इस प्रकार चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं।


500 से अधिक वारदातों को दे चुके हैं अंजाम

गैंग में करीब 150 सदस्य हैं और चोरी की 500 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। तीन दिन के रिमांड पर लिए गए आरोपितों से पुलिस चोरी का सामान बरामद और गैंग में शामिल आरोपितों की पहचान करवाएगी। बीती 12-13 फरवरी की रात को बहीन थाना अंतर्गत पहाडी मोड़ पर चालक और परिचालक को गनपॉइंट पर बंधक बनाकर 7-8 युवकों ने फास्टैग कंपनी का ट्रक लूट लिया था।

ड्राइवर की शिकायत पर हुई गिरफ्तारी

ट्रक में अमेजन और फ्लिपकार्ट कंपनी का माल था और कोलकाता ले जाते समय लूटा गया। चालक अंकुश की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच की गई। इसके आधार पर पुलिस ने सोमवार को न्याज मोहम्मद, सलमान उर्फ सल्लू व याशिक को अरेस्ट किया। पुलिस लूट गए ट्रक और उसमें लदे कुछ सामान को बरामद कर लिया है।

चलती ट्रक से कर लेते थे

लूट अमेजन, फ्लिपकार्ट, डॉटकाम, फास्टैग जैसी कंपनियां ऑनलाइन सामान की डिलीवरी करती हैं। डिलवरी का सामान ट्रक में लोड कर अंदर और बाहर से लॉक कर सील लगा दी जाती है। मेवाती गैंग के सदस्य चलते हुए ट्रक की बाहर वाली सील वाले हेंडल को निकाल कर अंदर वाले कंप्यूटर लॉक को खास उपकरणों के जरिए खोल लेते थे। उसके बाद ट्रक में लदे गत्तों की सील खोलकर और सामान निकाल लेते हैं और दोबारा से सील लगा देते हैं।

कम्प्यूटर स्कैन में नहीं पकड़ आती थी

चोरी डिलिवरी के दौरान कंप्यूटर से स्कैन करने पर अंदर बाहर की सील ठीक पाई जाती है और चालक डिलवरी ओके का सर्टिफिकेट लेकर वापस आ जाता है। डिलिवरी के दौरान गत्ते में सामान कम पाए जाने पर कंपनी में शिकायत की जाती है। कंपनी पूरा सामान भेजने की बात कहती है और डिलिवरी लेने वाला सील और लॉक ठीक होने के बाद कम सामान मिलने की बात कहते हैं। इसकी को लेकर कंपनियों की तरफ पुलिस को शिकायत दी गई।