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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के शूटर्स से किये गये थे कई वादे, विदेश भेजने की थी तैयारी

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (Shri Rashtriya Rajput Karni Sena) के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या (killing) के दो आरोपी चंडीगढ़ से गिरफ्तार हो चुके हैं। फिलहाल, दोनों से पूछताछ का दौर जारी है। इसी बीच खबर है कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद विदेश भागने की तैयारी में थे। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इन्हें गैंगस्टर गोल्डी बराड़ जैसा जीवन देने का वादा किया गया था। मंगलवार को गोगामेड़ी की जयपुर स्थित आवास पर हत्या हो गई थी।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों ने बताया है कि आरोपियों से कई वादे किए गए थे। इनमें बराड़ की तरह भागकर विदेश में रहने, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का समर्थन, कैश और हथियार जैसी बातें शामिल हैं। पकड़े गए आरोपी जयपुर निवासी रोहित राठौड़ और महेंद्रगढ़ वासी नितिन फौजी हैं। पुलिस ने शनिवार को दोनों को गिरफ्तार किया है।

इसके अलावा राजस्थान पुलिस दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के जॉइंट ऑपरेशन में उनकी मदद करने वाले ऊधम सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। जयपुर में कथित तौर पर फौजी की ठहरने की व्यवस्था करने वाले रामवीर जाट को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खबर है कि गोगामेड़ी को मारने के लिए दोनों को 50-50 हजार रुपये देने का वादा किया गया था। दिल्ली पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित गोयल ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस का मानना है कि गोगामेड़ी की हत्या के तार विदेश से जुड़े हैं। खास बात है कि गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला गैंगस्टर रोहित गोदारा भी विदेश में है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का कहना है कि गोदारा यूरोप में कहीं और उसके सहयोगी यूरोप और कनाडा में छिपे हुए हैं।

ऐसे बनी हत्या की योजना
खबर है कि नितिन अपने दोस्त भवानी सिंह उर्फ रॉनी के जरिए गोदारा के संपर्क में आया था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस का कहना है कि रॉनी पहले ही गोदारा और उसके खास सहयोगी वीरेंद्र चरण के संपर्क में था। उसने नितिन की फोन के जरिए बात कराई और उसे जयपुर में हत्या के लिए मनाया गया।

रिपोर्ट में दिल्ली के एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है, ‘इन लोगों को भरोसा दिलाया गया कि बिश्नोई और उसके सहयोगी उनका ध्यान रखेंगे। उन्हें कहा गया कि उन्हें 15-20 दिनों में पासपोर्ट मिल जाएगा और भारत छोड़ने और बराड़ जैसे रहने का मौका मिलेगा। गोदारा ने एक आदमी को मारने के लिए 50 हजार रुपये के हथियार भी भेजे थे…।’

5 दिसंबर को नितिन ने राठौर से मुलाकात की थी और नवीन शेखावत के वाहन में गोगामेड़ी के आवास पर पहुंचे। यहां वारदात को अंजाम दिया गया। उस दौरान शेखावत की भी मौत हो गई थी।

क्या था प्लान
रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान पुलिस का कहना है कि रोहित राठौर ओर नितिन गोगामेड़ी की हत्या के बाद लगातार सफर कर रहे थे। जयपुर से वे बस के जरिए डीडवाना पहुंचे और फिर टैक्सी लेकर सुजानगढ़ गए। सुजानगढ़ से बस में बैठे और हरियाणा के धौराहेड़ा पहुंचे। दिल्ली पुलिस की एक टीम लगातार उनकी हरकतों पर नजर रख रही थी।

रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया, ‘वे मंडी भागने की योजना बना रहे थे, लेकिन टीवी और मीडिया में अपनी तस्वीरें देखने के बाद डीडवाना चले गए। इसके बाद दिल्ली की बस ली… और हरियाणा के धौराहेड़ा में उतर गए।’

ऐसे हुए गिरफ्तार
पुलिस की टीम को भेजा गया और जांच के दौरान दोनों रेवाड़ी रेलवे स्टेशन से सीसीटीवी में ऑटो लेते नजर आए। यहां से ये लोग हिसार पहुंचे, जहां उन्हें ऊधम मिला और तीनों मनाली चले गए। रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें पता था कि वे चंडीगढ़ जा रहे हैं और वहां टीमें भेज दी गईं। जैसे ही उन लोगों ने होटल में चेक इन किया, हमने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को रविवार को जयपुर लाया गया है।’