भोपाल में तीन सिपाहियों ने मिलकर एक एडिशनल एसपी के साथ जमकर मारपीट की. एडिशनल एसपी डायल 100 मुख्यालय के वर्क शॉप शाखा में पदस्थ है. एडिशनल एसपी अपनी पत्नी के साथ देर रात कहीं से लौट रहे थे तीनों आरक्षकों में दो जिला पुलिस बल के सिपाही हैं. जबकि एक 25वीं बटालियन में एसएएफ का सिपाही है. विवाद की वजह डिपो चौराहे पर बैरिकेट्स हटाने को लेकर कार टकराना बताया जा रहा है. टीटी नगर थाना पुलिस ने एडिशनल एसपी बीएम शाक्य की तरफ से तीनों आरक्षकों के खिलाफ एक्सीडेंट और मारपीट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
एडिशनल एसपी जोन वन अंकित जायसवाल के मुताबिक मारपीट करने वाले दोनों आरक्षकों में विनोद पाराशर यातायात में पदस्थ हैं. जबकि अनिल जाट सस्पेंड चल रहा है. तीसरा आरक्षक अवधेश चौधरी 25वीं बटालियन एसएएफ का आरक्षक है. तीनों आरक्षक आपस में दोस्त हैं. आरक्षक विनोद पाराशर सिक लिव पर जा रहा था जिसे छोड़ने के लिए अनिल और अवधेश साथ जा रहे थे. इस दौरान डिपो चौराहे पर बैरिकेट्स हटाने को लेकर एडिशनल एसपी बीएम शाक्य की गाड़ी सिपाहियों की गाड़ी से टकरा गई.
सिपाही और एडिशनल एसपी सिविल ड्रेस में थे. धीरे-धीरे विवाद बढ़ा और सिपाहियों ने एडिशनल एसपी बीएम शाक्य के साथ जमकर मारपीट कर दी जब तक तीनों सिपाहियों को पता चला कि बीएम शाक्य एडिशनल एसपी हैं. तीनों सिपाही फरार हो गए हैं. पुलिस ने एएसपी बीएम शाक्य की तरफ से जिन धाराओं में एफआईआर दर्ज ही है. वह जमानती बताई गई है. जो तीनों सिपाहियों को थाने से ही जमानत मिल जाएगी. यहां जानकारी के लिए बता दें कि डेढ़ साल पहले सिपाही अनिल जाट काइम ब्रांच में पदस्थ था उसने भदभदा पुल पर एक कार सवार दंपत्ति पर कार टकराने को लेकर पिस्टल तान दी थी और मारपीट भी की थी. तब अनिल जाट को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया गया था.