दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल छठे और आखिरी शूटर दीपक मुंडी को उसके दो साथियों सहित गिरफ्तार करने के बाद उन्हें आज अदालत में पेश किया गया. जहां से उन्हें 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. तीनों आरोपियों को खरड़ स्थित सीआईए के कार्यालय ले जाकर पूछताछ की जाएगी. तीनो आरोपियों को शनिवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भारत-नेपाल सीमा के पास गिरफ्तार किया गया था.
मूसेवाला की 29 मई को मनसा के जवाहर के गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने छह शूटरों प्रियव्रत फौजी, कशिश, अंकित सिरसा, दीपक मुंडी, मनप्रीत सिंह और जगरूप सिंह रूपा की पहचान की थी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जहां फौजी, कशिश और सिरसा को गिरफ्तार किया, वहीं पंजाब पुलिस ने अमृतसर में हुई मुठभेड़ में रूपा और मनप्रीत को मार गिराया था. मुंडी भिवानी की रहने वाला है.
केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से पकड़ा गया मुंडी
पुलिस द्वारा अदालत में पेश चालान के मुताबिक वह खुद मूसेवाला को मारना चाहता था. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने एक ट्वीट में कहा कि मुंडी को पंजाब और दिल्ली पुलिस द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त रूप से किए गए एक बड़े अभियान में गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले, पुलिस 19 जून को गुजरात में शूटर प्रियव्रत फौजी और कशिश के साथ उसे गिरफ्तार करने से चूक गई थी. क्योंकि मुंडी पुलिस ऑपरेशन से ठीक एक दिन पहले वहां से चला गया था. बाद में यह माना गया कि वह शूटर अंकित सिरसा और हथियार आपूर्तिकर्ता सचिन भिवानी के साथ छिपा था, लेकिन जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो वह उनके साथ नहीं था.
लॉरेंस गिरोह का एक मेंबर हथियारों सहित पकड़ा गया
इस बीच मोहाली पुलिस ने आज बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया. जिसने शूटरों जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह को मोहाली के एक घर में शरण दी थी. दोराहा के संदिग्ध मनप्रीत सिंह उर्फ भीमा को खरड़ में 11 पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस और एक कार के साथ गिरफ्तार किया गया है. मोहाली के एसएसपी विवेक एस सोनी ने कहा कि भीम की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है, क्योंकि पुलिस काफी समय से उसका पीछा कर रही थी. सूत्रों ने कहा कि जसमीत सिंह नाम से पंजीकृत बीएमडब्ल्यू कार का इस्तेमाल ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति के लिए किया जाता था.