सर्दी के मौसम में जब तापमान काफी ज्यादा गिर जाता है, तब रोज नहाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में काफी लोग गीजर या हीटिंग रॉड के जरिए गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं. इससे स्नान आसान हो जाता है और जिन लोगों को ठंडे पानी से परेशानी होती है, उनके लिए ये बेहद कारगर उपाय है. लेकिन हर कोई ऐसा नहीं करता जिसकी वजह से गंभीर समस्या पैदा हो सकती है.
सर्दी के मौसम में गीजर जैसी सुविधा होने के बावजूद कुछ लोग ठंडे पानी से नहाते हैं जो कई बार खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे कई मामले आ चुके हैं जिनमें ठंडे पानी से नहाने की वजह से लोगों को ब्रेन स्ट्रोक को गया है. कई मामलों में लोगों की मौत तक हो जाती है. इसलिए अगर आप ठंड को लेकर सेंसेटिव हैं तो कभी भी ऐसी गलती न करें जो जानलेवा साबित हो जाए.
ज्यादातर हेल्थ के मुताबित ब्रेन स्ट्रोक की समस्या वैसे तो कभी भी हो सकती है, लेकिन सर्दी के मौसम में इसका खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में अगर आप इसे गंभीरता नहीं लेंगे और लापरवाही बरतेंगे तो जाहिर सी बात है कि आप कहीं न कहीं जोखिम को दावत देंगे. इसलिए विंटिर सीन में ठंडे पानी से नहाने से परहेज करें.
आपको ये जानना होगा कि जो इशारे शरीर दे रहा है वो ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण हैं या नहीं, तभी आप तुरंत इसका उपाय कर पाएंगे और खुद की जान को बचा पाएंगे.
-शरीर के किसी हिस्से में सुन्न हो जाना.
-आंखों से साफ तरीके से दिखाई न देना.
-शरीर में कमजोरी आना
-सिर में दर्द बढ़ जाना
-उल्टी आना या जी मिचलाने की शिकायत
-बोलने या समझने में परेशानी होना.
-सांस लेने में तकलीफ होना
-ब्रेन में ब्लीडिंग होने से बेहोशी आ जाना