प्रदेश सरकार राज्य में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के अलावा हमेशा कलाकारों को सम्मान देने के पक्ष में रही हैं। हम प्रदेश में ललित कला, नाट्य कला और साहित्य कला को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
उक्त बात प्रदेश के संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को ललित कला अकादमी भारत सरकार एवं संस्कृति विभाग उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में 26 जुलाई (कारगिल दिवस) से चल रही राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला के समापन अवसर पर कही। उन्होने 13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आह्वान करते हुए कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ अभियान आजादी के अमृत महोत्सव का ही हिस्सा है, जिसे 75 साल पूरे होने के जश्न के रूप में मनाया जा रहा है।
महाराज ने कहा कि कारगिल दिवस और आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित इस राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला में देश के विभिन्न क्षेत्रों से अनेक कलाकारों ने भाग लिया। पिछले एक सप्ताह में सभी कलाकारों ने अपने हुनर का परिचय देकर ललित कला को बढ़ावा देने में अपना योगदान दिया है। कार्यशाला में भाग लेने वाले बच्चों ने सैनिकों की वीरता और अभिव्यक्ति को दर्शाते हुए अनेक चित्र बनाएं। इस आयोजन से बच्चों को बड़ा प्रोत्साहन मिला है।
उन्होंने कहा कि गीत, संगीत, नृत्य, नाट्य तथा विभिन्न प्रकार की चित्रकला या ललित कला वह कला है, जो कलाकार एवं दर्शक के अंतर्मन को स्पर्श कर मन को मुग्ध करती है। प्रदेश सरकार राज्य में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के अलावा हमेशा कलाकारों को सम्मान देने के पक्ष में रही हैं। उन्होंने देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव पर होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और ललित कला अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समय-समय पर ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए।