उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की हार के बाद अब सपा के सतरंगी गठबंधन (SP Alliance) में खटास दिखने लगी है. सपा गठबंधन के घटक महान दल के प्रमुख केशव देव मौर्य ने तो अब अलग राह पकड़ने की बात तक छेड़ दी है. उन्होंने साफ कहा कि सपा गठबंधन में अगर उन्हें अहमियत नहीं दी जाएगी तो वह किसी अन्य गठबंधन में जाने पर भी विचार करेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केशव देव मौर्य ने चुनाव में उनका सही उपयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरे दलों के मुताबले उनकी पार्टी को गठबंधन की ओर से बेहद कम सीटें दी गईं. उन्होंने कहा, ‘गठबंधन में हमें सम्मान नहीं दिया गया और महज 2 सीटें दी गईं, जबकि रालोद, अपना दल (कमेरावादी) को हमसे ज्यादा सीटें मिलीं.’ मौर्य ने इसके साथ ही चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर उन्हें आगे तव्वजो नहीं दी गई तो वह किसी अन्य पार्टी के साथ जाने पर भी विचार करेंगे.
मौर्य ने चुनाव से ठीक पहले सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी प्रहार किया और कहा कि बीजेपी ने उन्हें एक योजना के तहत सपा में जाने दिया था. केशव देव इससे पहले भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए कहा था कि जिन नेताओं के पास अपनी सीट बचाने लायक भी जनाधार नहीं था वह बड़े-बड़े दावे कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन के कुछ नेता खुद तो अति-आत्मविश्वास में थे ही, अखिलेश यादव को भी अति आत्मविश्वास में रखा.
यूपी चुनावों में सपा की हार के बाद पार्टी और गठबंधन के नेताओं की ओर से बदस्तूर जारी बयानबाजी को लेकर समाजवादी पार्टी ने सोमवार शाम पार्टी नेताओं को मीडिया में कोई बयानबाजी न करने की सलाह दी. हालांकि सपा की इस सलाह का फिलहाल तो ज्यादा असर होता नहीं दिख रहा.