ओडिशा के क्योंझर जिले में BJP विधायक मोहन मांझी की गाड़ी पर कथित तौर पर देसी बम फेंकने के आरोप में पुलिस ने गुरुवार को पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस बात की जानकारी देते हुए केंदुझार पुलिस ने कहा, “हमला कुछ वित्तीय विवादों और व्यक्तिगत मुद्दों के कारण किया गया था.” पुलिस ने कहा कि अबतक किए गए जांच से पता चलता है कि एक आरोपी कभी विधायक का बहुत खास और करीबी हुआ करता था, लेकिन बाद में कुछ मुद्दों पर उनका विरोधी बन गया. वहीं आरोपियों ने विधायक पर किए जाने वाले हमले के लिए हरिचंदनपुर के एक डीलर से 200 रुपये की कीमत पर पांच देसी बम खरीदे थे.
पुलिस ने बताया कि विधायक ने अपने बयान में कहा है कि रविवार को नेता मोहन मांझी एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद क्योंझर शहर के पास मंडुआ से लौट रहे थे. इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार दो बदमाशों ने विधायक के वाहन पर बम फेंका. पुलिस ने कहा कि हलांकि किसी तरह घटना टल गई और विधायक और वाहन में सवार अन्य लोग बाल-बाल बच गए.
यूपी में भी सामने आई थी ऐसी ही घटना
हाल ही में यूपी के एक विधायक के उपर हमला होने की घटना सामने आई है. दरअसल थाना दादों क्षेत्र में बीजेपी विधायक के काफिले पर हमला बोलने के पांच आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने कहा कि घटना साकरा गंगा घाट की है जब रविवार की देर शाम को छर्रा विधायक रवेंद्र पाल सिंह बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां विसर्जन करने गए थे.
वहीं वापस लौटते समय लहरा सलेमपुर के वर्तमान प्रधान मनोज यादव व उनके बड़े भाई विनोद यादव व पूर्व प्रधान रामनिवास यादव व राधे यादव, बंटी यादव व बलिंदर यादव, राकेश यादव्, किशनपाल, राजवीर सिंह पूर्व प्रधान, बुल्लू यादव, मनवीर यादव व 30 अज्ञात लोगों ने विधायक रवेंद्र पाल सिंह सहित सभी बीजेपी नेताओं की गाड़ियों को लहरा सलेमपुर सांकरा रोड पर रोककर अपना पशुओं से जुड़ा मुद्दा उठाने लगे और काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया.