कानपुर एनकाउंटर का कुख्यात अपराधी गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार की सुबह पुलिस के हाथों मारा गया. जिसके बाद से बिकरू गांव में हुए शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों ने अपनी खुशी जाहिर की है. बता दें कि लगातार एक सप्ताह तक पुलिस को चकमा देता रहा विकास दुबे आखिरकार पुलिस की गोली का शिकार हो ही गया. बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के उज्जैन से कानपुर लेकर आ रही एसटीएफ की टीम ने विकास दुबे का कानपुर से महज 17 किलोमीटर दूर एनकाउंटर कर दिया. इस खबर के बाद से शहीद पुलिसर्मियों के परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए यूपी पुलिस का धन्यवाद किया है. औरैया में शहीद सिपाही राहुल के परिजनों ने विकास दुबे को मार गिराए जाने की खबर पर कहा कि जो हुआ ठीक हुआ. बता दें कि 2 जुलाई की रात हुए कानपुर एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों की शहीद होने की खबर से पूरे विभाग में सनसनी का माहौल बन गया था. वहीं इसी रात से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था. हालांकि शुक्रवार को पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया है.
बता दें कि शहीद सिपाही राहुल विधूना के रुरुकलां में रहने वाले थे. उनकी बहन नन्दिनी ने कहा कि आज (शुक्रवार) भाई का शांति हवन है. विकास के एनकाउंटर की कार्रवाई से आज भाई की आत्मा को शांति मिली होगी. नन्दिनी ने कहा कि वह सरकार से चाहती हैं कि आगे भी इस विकास दुबे के फरार साथियों को पकड़े और कठोर कार्यवाई करे. ताकि हमारे शहीद पुलिसकर्मियों की शहादत का बदला पूरा हो सके.
कानपुर के भौती में हुए इस पुलिस एनकाउंटर में एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि अपराधी विकास दुबे को कानपुर हेड क्वार्टर ले जाया जा रहा था. इसी दौरान एसटीएफ की गाड़ी रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिसका फायदा उठाते हुए विकास दुबे ने कार में सवार पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर फायरिंग करना शुरू कर दी.
और भागने लगा लेकिन इसी बीच एसटीएफ की दूसरी गाड़ियां पहुंच गईं और पुलिस की जवाबी फायरिंग में विकास दुबे मारा गया. इसकी पुष्टि कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने की है. हालांकि इस दौरान मुठभेड़ में 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, इनमें एक इंस्पेक्टर, एक एएसआई और दो सिपाही शामिल हैं.