भाजपा (BJP) के जिलाध्यक्षों (district heads) में बदलाव का ऐलान अगले दो-तीन दिन में होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों की मानें तो 50 फीसदी से ज्यादा बदलाव की कवायद की जा रही है। सोमवार को इसे लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) ने इसे लेकर पार्टी मुख्यालय पर मेराथन मंथन किया। कुछ स्थानों पर पेंच फंसने के चलते क्षेत्रीय अध्यक्षों से भी मशविरा किया गया है।
भगवा दल में बीते दो महीने से जिलाध्यक्षों के बदलाव की कवायद चल रही है। हालांकि घोसी उपचुनाव के चलते बीच में ही पूरी प्रक्रिया थम गई थी। प्रदेश नेतृत्व ने सभी जिलों से पर्यवेक्षक भेजकर रायशुमारी बीते माह 20 अगस्त तक ही करा ली गई थी। संगठन में बदलाव की चर्चाएं आम होने का सीधा असर पार्टी के सांगठनिक कार्यों पर भी पड़ने लगा है। इसे देखते हुए अब फिर बदलाव को लेकर मंथन का सिलसिला तेज किया गया है।
सोमवार को दोपहर बाद से लेकर देर शाम तक प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री ने बदले जाने वाले नामों पर चर्चा की। बृज क्षेत्र के अध्यक्ष दुरविजय सिंह को भी बुलाया गया था। इससे पूर्व रविवार को गोरक्ष क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय से भी मशविरा किया गया था। प्रदेश में पार्टी के 98 संगठनात्मक जिले हैं। जो कवायद की जा रही है, यदि वो परवान चढ़ी तो आगामी तीन दिनों में प्रदेश के 50 से अधिक जिलाध्यक्ष बदल जाएंगे।
बदले जाने वालों में वे लोग शामिल हैं, जो दो या उससे अधिक कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। जो लोग विधान परिषद सदस्य हो चुके हैं या फिर जिन लोगों की खासी शिकायतें हैं। उधर, कई पुराने जिला और महानगर अध्यक्ष अपनी अध्यक्षी बचाने की पेशबंदी में जुटे हैं।