राम मंदिर का क्रेडिट लेने की होड़ के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने गुरुवार (2 नवंबर) को इसे लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी 1985 में अयोध्या में तत्कालीन बाबरी मस्जिद के ताले खोलने वाले पहले व्यक्ति थे, इसलिए और किसी को भी राम मंदिर का श्रेय नहीं लेना चाहिए.
इंडियन एक्स्प्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कमल नाथ ने कहा, “अयोध्या में राम मंदिर का ताला राजीव गांधी ने खोला. हमें अपने इतिहास को नहीं भूलना चाहिए. राम मंदिर किसी एक पार्टी या व्यक्ति का नहीं है, ये हमारे पूरे देश और हर नागरिक का है. BJP राम मंदिर को अपनी संपत्ति समझकर हड़पना चाहती है. वो सरकार में थे, उन्होंने इसे बनाया. अपने घर से तो बनाया नहीं है. सरकार के पैसों से बनाया है. चुनाव जीतने पर कांग्रेस श्रीलंका में सीता माता मंदिर बनवाने का अपना वादा निभाएगी.”
पहले भी दे चुके हैं ऐसा बयान
बता दें कि पिछले महीने भी कमल नाथ ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाए जाने पर पूछे गए सवाल के जवाब में ANI को कहा था, “वे राम मंदिर के बारे में ऐसे बात कर रहे हैं जैसे ये BJP का हो. राम मंदिर हमारे देश का मंदिर है. ये हमारे सनातन धर्म का बहुत बड़ा प्रतीक है. क्या ये किसी एक पार्टी का है?”
राजीव गांधी को दिया पहला क्रेडिट
राजीव गांधी के राम मंदिर का ताला खोलने वाली बात इससे पहले कमलनाथ अप्रैल 2023 में भी एक कार्यक्रम में बोल चुके हैं. तब उन्होंने कहा था “BJP हर चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा उठाती है. लेकिन कौन नहीं चाहता कि अयोध्या में राम मंदिर बने? वो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने राम मंदिर का ताला खुलवाया था.”