राजस्थान के उदयपुर में दर्जी की निर्मम हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस को इस घटना की पहले से जानकारी थी। इसके बाद भी कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए। ये राजस्थान सरकार और पुलिस की नाकामी का नतीजा है।
राजस्थान की घटना बहुत दुखःद है। हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से हम लोग सतर्कता बरत रहे हैं। कांग्रेस की सरकार में जो घटना घटी है यह पहले से पुलिस को पता थी। उसने एफआईआर दर्ज कराई थी। वहां की सरकार ने कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की। जिन अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज किया है उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने उदयपुर हत्याकांड पर ट्वीट करते हुए कहा कि उदयपुर में घटी हिंसक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। धर्म के नाम पर नफरत, घृणा व हिंसा फैलाने वाले मंसूबे हमारे देश व समाज के लिए घातक हैं। हमें मिलकर शांति व अहिंसा के प्रयासों को मजबूत करना होगा।
इस निर्मम हत्या पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा प्रमुख मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, जनसत्ता दल प्रमुख रघुराज प्रताप सिंंह उर्फ राजा भैया ने भी एक स्वर में निंदा की। ट्वीट कर उन्होंने हत्यारों को सख्त सजा देने के साथ-साथ शांति व सद्भाव बनाए रखने की राजस्थान सरकार से मांग की थी।
मालूम हो कि दर्जी कन्हैयालाल की हत्या नुपुर शर्मा के विवादित बयान का समर्थन करने के कारण की गई। उदयपुर में मोहम्मद रियाज नाम के एक शख्स ने कन्हैयालाल का सिर कलम करने के बाद एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में वो खंजर पर लगे खून को देख हंसते हुए कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि उसने एक सिर कलम कर लिया है।
इस पूरे विवाद की शुरुआत एक टीवी डिबेट के दौरान हुई थी जिसमें भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैंगबर मोहम्मद को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद कई अरब देशों ने भारतीय राजदूतों को बुलाकर इस बयान की निंदा की थी। धीरे-धीरे ये मामला बढ़ता चला गया।