यूपी में एनकाउंटर (Encounter in UP) का खौफ बड़े बड़े माफिया को बुरी तरह डरा रखा है। इसी डर का एक उदाहरण गुरुवार को बिजनौर में देखने को मिला। 50 हजार के इनामी बदमाश ने सीओ दफ्तर में आने के बाद अपने पैर में गोली मार ली। उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनामी बदमाश (bounty hunter) पर बिजली विभाग के जेई से मारपीट करने और गोली मारने का आरोप है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पहले 25 हजार फिर दो दिन पहले ही 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। इसी बीच अपनी गिरफ्तारी और एनकाउंटर (arrest and encounter) के भय से उसने यह कदम उठा लिया।
मंडावर के गांव बिलासपुर (Bilaspur) में 13 मई को बिजली निगम की टीम बकाया अधिक होने पर बिजली कनेक्शन काटने गई थी। विद्युत निगम टीम की बदमाश साहब सिंह से नोकझोक हो गई। इसी दौरान साहब सिंह ने जेई दीपक को गोली मार दी थी। तभी से वह फरार चल रहा था। उस पर पहले 25 हजार फिर डीआईजी ने 23 मई को साहब 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
इसी बीच, गुरुवार को चांदपुर तहसील परिसर स्थित सीओ कार्यालय पर वह सरेंडर करने पहुंच गया। यहां अपने साथ एक तमंचा भी लेकर वह आया था। उसको आशंका थी कि कहीं सरेंडर करने के बाद भी पुलिस उसका कहीं ले जाकर एनकाउंटर न कर दे। उसने सीओ दफ्तर परिसर में आने के बाद अपने पैर में गोली मार ली।
गोली की आवाज सुनाई देते ही खलबली मच गई। स्थानीय लोग और सीओ दफ्तर पर तैनाक पुलिस वाले दौड़कर मौके पर पहुंचे। देखा तो एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा था और उसकी जींस खून में सनी हुई थी।
पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को मौके से एक तमंचा भी मिला है।
पुलिस ने घायल की पहचान मंडावर थाना क्षेत्र के गांव बिलासपुर निवासी 50 हजार के इनामी साहब सिंह के रूप में की। प्रभारी निरीक्षक चांदपुर मनोज परमार का कहना है कि पुलिस से बचने के लिए साहब सिंह ने स्वयं को गोली मारी है।
दो सप्ताह से चल रहा था फरार
एएसपी सिटी डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह ने कहा कि साहब सिंह ने 13 मई को विद्युत निगम के जेई को गोली मारी थी। वह तभी से फरार चल रहा था। डीआईजी ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। साहब सिंह ने स्वयं की तमंचे से गोली मारी है। उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।