शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लच्छीवाला नेचर पार्क का लोकार्पण किया. इस मौके पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और वन मंत्री हरक सिंह रावत भी मौजूद रहे. गौर हो कि लच्छीवाला नेचर पार्क का सौन्दर्यीकरण पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था. वन विभाग द्वारा लच्छीवाला नेचर पार्क को नया रूप दिया गया है. लेकिन तैयार होने के बाद भी लंबे समय तक पार्क का उद्घाटन नहीं हो पाया था.
दिल्ली व मैसूर के म्यूजिकल पार्क की तर्ज पर लच्छीवाला नेचर पार्क को डिजाइन किया गया है और सभी वर्ग के लोगों के लिए मनोरंजन के साधन उपलब्ध किये गये हैं. वहीं, नेचर पार्क आने वाले दिनों में उत्तराखंड के लिए आय का स्रोत भी होगा. उद्घाटन के मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लच्छीवाला नेचर पार्क को और विस्तार दिया जायेगा. नेचर पार्क उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए मनोरंजन का साधन बनेगा.
सीएम ने आगे कहा कि पार्क प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए मुफीद साबित होगा. आगे चलकर नेचर पार्क को एडवेंचर पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आज बड़ी खुशी की बात है, जनता को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है. लच्छीवाला नेचर पार्क उत्तराखंड का पहला ऐसा पार्क है, जहां चलते पानी मे लाइट एंड साउंड होगा. तमाम खासियत इस पार्क में मौजूद हैं, मनोरंजन के साथ-साथ पर्यटकों को सीखने को भी मिलेगा.
लच्छीवाला नेचर पार्क को डिजाइन करने वाले निदेशक पी के पात्रो ने बताया कि पहले केवल गर्मी के मौसम में ही पर्यटक यहां आते थे. लेकिन अब पूरे साल पर्यटक यहां खूबसूरती का दीदार करने आएंगे और उत्तराखंड की संस्कृति व विरासत का नजदीकी से दीदार करेंगे. साथ ही देश-विदेश के पर्यटक नेचर पार्क देखने के लिए पहुंचेंगे ओर उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू होंगे. एक हफ्ते बाद लच्छीवाला नेचर पार्क पर्यटकों के लिए पूर्ण रूप से खोल दिया जायेगा.
बता दें कि लच्छीवाला नेचर पार्क में जाने के लिए सैलानी अपने वाहन से जा सकते हैं. जिसकी दूरी पार्क द्वार से डेढ़ किलोमीटर अंदर है. सालानी पूरे साल इस पार्क का दीदार कर सकते हैं.
जानें नेचर पार्क की दूरी: देहरादून से लच्छीवाला नेचर पार्क की दूरी 19 किलोमीटर, जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से 9 किलोमीटर, ऋषिकेश से 23 किलोमीटर, हरिद्वार से 40 किलोमीटर है. पार्क में एंट्री करने के लिए सैलानियों को 50 रुपए का टिकट लेना होगा. 10 साल तक के बच्चों के लिए फ्री टिकट रहेगा. म्यूजिकल फाउंडेशन के लिए सैलानियों को अलग से रुपए अदा करने पहुंचे. वहीं कोरोनाकाल में पर्यटकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा.
बता दें कि लच्छीवाला नेचर पार्क प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है. जहां पर कल-कल करता नदी का पानी प्राकृतिक स्रोत से आ रहा है. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इनका नाम लच्छीवाला पर्यटन स्थल के बदलकर लच्छीवाला नेचर पार्क कर दिया था. यह पार्क दिल्ली और मैसूर की तर्ज पर बनाया गया है. पार्क में बच्चे, युवा और बुजुर्गों के लिए योग और अन्य सुविधाएं मौजूद हैं.