राजधानी लखनऊ में बदमाशों ने गैंगरेप की एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। इस गैंगरेप से मानवता का सिर शर्म झूक गया है। लखनऊ के कृष्णा नगर में रहने वाली मानसिक रूप से कमजोर महिला के पिता रेलवे के रिटायर्ड हेड क्लर्क हैं। बताया जा रहा है कि 23 सितंबर की शाम को मंदबुद्धि महिला अपने घर से लापता हो गई। महिला की काफी तलाश की गयी। काफी तलाशने पर नहीं मिली तो परिवार ने कृष्णा नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की प्राथकिकी दर्ज करा दी। 24 सितंबर की सुबह परिवार के पास आलमबाग थाने से फोन आया कि उनकी बेटी थाने में मौजूद है। परिवार थाने पहुंचा तो अपनी बेटी को बदहवास हालत में देखा। उसकी मानसिक स्थिति और बिगड़ गयी थी। महिला के जगह-जगह से उसके कपड़े फटे थे। चोट भी लगी हुई थी।
परिवार के लोग समझ गए कोई अनहोनी घट हो चुकी है। परिवार ने जब महिला से बातचीत की तो पता पता चला कि 23 सितंबर की शाम एक ऑटो वाला उसे बहला-फुसलाकर कर आलमबाग की एक रेलवे कॉलोनी में ले गया था। रेलवे काॅलोनी मंे ही गैंगरेप को अंजाम दिया गया। रेलवे कॉलोनी के एक मकान में 8 लोगों ने रस्सी और दुपट्टे से हाथ-पैर बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। आरोपियों ने बताया कि एक महिला भी इस पूरी वारदात शामिल थी।
चार आरोपी गिरफ्तार
इस गैंगरेप की जानकारी के बाद इंस्पेक्टर आलमबाग अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी शिवनंदन, सोनेलाल, अशोक कुमार और गिरजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि यह भी जांच के दौरान पता चला कि रेलवे कॉलोनी निवासी ऑटो चालक शिवनंदन और सोनेलाल ही महिला को बहला-फुसलाकर कॉलोनी में लाए थे। एसीपी आलमबाग विक्रम सिंह ने बताया कि पीड़िता के बयानों के आधार पर एक आरोपी महिला और चार अन्य युवकों की तलाश में दबिश दी जा रही है।