आजकल लड़कियों की वर्जिनिटी समाज में अहम हिस्सा है। शादी से पहले तक हर लड़की को वर्जिन होना चाहिए। लड़कियों पर वर्जिनिटी एक नैतिक दबाव की तरह होता है। इस नैतिक दबाव के चलते कई महिलाओं को वर्जिन बनने के लिए नए-नए तरीके आजमाने पड़ रहे हैं और इसमें मुस्लिम महिलाएं सबसे ज्यादा आगे हैं।
जर्मनी की एक कंपनी फर्जी हाइमन बना रही है। ज्यादातर मुस्लिम महिलाओं के बीच इस तरह की मांग को देखते हुआ फर्जी हाइमन का बाजार पसर रहा है। सुहाग रात में अपनी वर्जिनिटी को साबित करने के लिए फर्जी हाइमन की मांग बढ़ रही है। वर्जीनिया केयर दो बेहद पतली झिल्ली का पैकेज बेच रही है।
इस झिल्ली को वजाइना में लगाया जाता है जिससे नकली खून निकलता है। जब झिल्ली पर दबाव पड़ता है तो खून निकलने लगता है। इसके जरिए महिलाएं अपने पति या सेक्स पार्टनर के सामने साबित करना चाहती हैं कि वे वर्जिन हैं। फर्जी हाइमन का इस्तेमाल वे महिलाएं भी करती हैं जो अपने हाइमन के टूटने से चिंतित रहती हैं।