चीन ने मंगलवार को कोविड-19 (कोरोना वायरस) महामारी के बुरे दौर से गुजरने के बावजूद इस साल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित करने के लिए भारत की तरफ से किए गए प्रयासों की तारीफ की। ब्रिक्स चार देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का साझा संगठन है, जिसकी अध्यक्षता इस साल भारत संभाल रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अध्यक्षता में ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक के दौरान वांग ने उद्घाटन भाषण में इस आयोजन के लिए भारत की जमकर प्रशंसा की।
वांग ने कहा, तीन स्तंभों पर सहयोग को आगे बढ़ाने, ब्रिक्स तंत्र को मजबूत करने और ब्रिक्स सहयोग की गति को बनाए रखने के लिए सौ से अधिक कार्यक्त्रस्म तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा, चीन भारत के इन प्रयासों की प्रशंसा करता है और हम अन्य ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर अध्यक्ष के तौर पर सहयोग करने तथा इस साल ब्रिक्स सहयोग के ठोस परिणाम सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। वांग ने भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के गंभीर प्रभाव को लेकर दुख जताते हुए कहा कि हमें पूरा यकीन है भारत निश्चित तौर पर महामारी के असर से बाहर निकल आएगा।
संकट में ब्रिक्स देशों के लिए चुनौती के साथ मौका भी
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पांच सदस्यीय संगठन को लेकर बेहद आशाएं जताईं। उन्होंने कहा, ब्रिक्स सहयोग अब महामारी के गहरे और जटिल प्रभावों और एक सदी में नहीं देखे गए परिवर्तनों का सामना कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा, यह ब्रिक्स देशों के लिए चुनौती है, लेकिन संकट से मौके भी निकलते हैं। हमें यकीन है कि हम सबका संयुक्त संगठन ब्रिक्स निश्चित तौर पर अनूठे मूल्य पेश करेगा और एक उचित भूमिका निभाएगा।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को महामारी के असर से उबारेगा ब्रिक्स
इससे पहले दिन में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ब्रिक्स सम्मेलन के आयोजन की घोषणा की और कहा कि यह सम्मेलन कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को उबारने की दिशा में खास महत्व रखता है। वेनबिन ने कहा, कोविड-19 और इस सदी में देखे गये अन्य बड़े बदलावों के सामूहिक प्रभाव के बीच महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को उबारने में उभरते बाजारों व विकासशील देशों के बीच सहयोग गहरा करने के लिहाज से ब्रिक्स तंत्र का विशेष महत्व है।
पांचों देशों ने की हाथ जोड़कर नमस्ते
शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने हाथ जोड़कर भारतीय अंदाज में नमस्ते के साथ एक-दूसरे से विदा ली। विदा लेने का यह फोटो विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट के जरिये सभी के साथ साझा किया है।