मई में खुदरा महंगाई में गिरावट (drop in retail inflation) से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन सब्जियां (Vegetables), तेल-घी (Oil-Ghee), मसाले (Spices) और परिवहन (Transport) आदि महंगे होने से मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में 15.41 फीसदी के मुकाबले मई में सब्जियों की महंगाई दर 18.61 फीसदी (Inflation rate of vegetables 18.61 percent) रही है।
वहीं तेल और घी 13.25 फीसदी महंगा हुआ है। मसाले 10, कपड़े-चप्पल 9, ईंधन-बिजली 9.5 फीसदी महंगे हुए हैं। साथ ही ट्रांसपोर्टेशन में भी 9.5 फीसदी की महंगाई देखी गई है।
सरकार ने उपभोक्ताओं पर महंगाई के बोझ को कम करने के इरादे से डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में कटौती के साथ सोयाबीन जैसे खाद्य तेलों पर लगने वाले आयात शुल्क में कटौती की है, लेकिन तुरंत इसका फायदा इन उत्पादों पर उपभोक्ताओं को मिलता हुआ नहीं दिख रहा है। हालांकि, कुछ अन्य उत्पादों में महंगाई जरूर नरम पड़ी है।
अनाज और उसके उत्पादों के मामले में मुद्रास्फीति मई में कम होकर 5.33 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने में 5.96 प्रतिशत थी। फलों की महंगाई दर धीमी पड़कर मई में 2.33 प्रतिशत रही जो एक महीने पहले 4.99 प्रतिशत थी। अंडा तथा दलहन और उसके उत्पादों की कीमतों में क्रमश: 4.64 प्रतिशत और 0.42 प्रतिशत की गिरावट आई।