एक तरफ कोरोना..दूसरी तरफ तनाव..इन दोनों के बीच में झुलस गए भारत व चीन के रिश्ते..अब ऐसे आलम में हर बरस अपने उत्पादों से भारतीय बाजारों को गुलजार रखने वाले ये चीनी माल अब नदारद दिखेंगे। कल तक जमकर चीनी उत्पादों की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के पास इस बार भारतीय उत्पादों के इतर कोई विकल्प नहीं रहेगा। अब सवाल है?, कि आखिर ऐसा क्यों? तो इस सीधा-सीधा जवाब बिल्कल साफ व स्पष्ट है कि एक तरफ जहां समस्त विश्व की शत्रूता कोरोना के लिहाज से चीन से बढ़ी है तो वहीं दूसरी तरफ सीमा पर जारी तनाव के चलते भारत के रिश्ते चीन के साथ बेहद बिगड़े हैं। इन्हीं सब चीजों का नतीजा रहा कि आपको दीवाली के मौके पर चीनी झालर व लाइट नदारद दिखेंगे।
वाणिज्य मंत्रालय के दिशानिर्देश
बता दें कि अभी हाल ही में वाणिज्य मंत्रालय ने दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें साफ कहा गया था कि भारत में आयात होने वाला कोई उत्पाद अगर हमारे मानकों पर खरा नहीं उतरता, तो उसको भारतीय बाजारों में आगम की मंजूरी नहीं मिलेगी। वहीं, अगर यह उत्पाद भारतीय मानकों पर खरे नहीं उतरते तो उसे वापस भेज दिया जाएगा। इस आयतक के खर्च को नष्ट कर दिया जाएगा। उधर, भारतीय बाजारों से भारी मुनाफा कमाने वाले ये चीनी उत्पाद गुणवत्ता के मामले में तनिक भी भारतीय मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं।
छाए रहे रहते थे चीनी उत्पाद
ध्यान रहे कि हर वर्ष त्योहारों के मौसम में भारतीय बाजारों में चीनी उत्पादों की आमद अपने चरम पर रहा करती थी। चीन हमारे बाजारों से भारी मुनाफा कमाता था। हर त्योहारों पर उनके उत्पादों की आवाजाही अपने चरम पर रहा करती थी। वहीं, कम कीमत के लिहाज से यह ग्राहकों को भी बड़ा ही भाती थी, लेकिन अब जब से चीन के वुहान शहर से कोरोना ने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है। वहीं भारत व चीन की सीमा पर तनाव अपने चरम पर है तो ऐसी स्थिति में अब उसके उत्पादों की बहिष्कार अपने चरम पर पहुंच चुकी है।