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भारत-चीन संघर्ष के बाद तवांग में बेहतर संपर्क सुविधा के लिए लगाए जाएंगे और मोबाइल टावर

 अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास संपर्क सुविधा सुधारने के लिए सरकार ने क्षेत्र में और मोबाइल टावर लगाने का फैसला किया है। तवांग जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुए संघर्ष के बाद यह फैसला किया गया है। तवांग के उपायुक्त के. एन. दामो ने बताया कि बीएसएनएल और भारती एयरटेल कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 23 नए मोबाइल टावर लगाएंगे।

उन्होंने कहा,  मौजूदा टावर वांछित सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं, जिससे न केवल रक्षा बलों बल्कि सीमा पर रहने वाले नागरिकों को भी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल नेटवर्क नहीं थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है और बुम-ला तथा वाई-जंक्शन पर भी लोग इंटरनेट व मोबाइल सेवाओं का आनंद ले रहे हैं, लेकिन इसमें और सुधार की आवश्यकता है।

दामो ने कहा,  इसमें (टावर लगाने के काम में) रक्षा क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। हालांकि मागो, चूना और निलिया (जेमिथांग के पास) जैसे नागरिक क्षेत्रों को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है।’ उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने 43 नए टावर लगाने का अनुरोध किया था। अधिकारी ने कहा कि नए टावर लगाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन सर्दी का मौसम एक चुनौती बन गया है जिससे इसमें थोड़ा विलंब हो सकता है। जिले के पहाड़ी इलाकों में पहले ही बर्फबारी हो रही थी, जबकि शहर में रविवार रात पहली बार बर्फबारी हुई और तापमान शून्य से नीचे तीन डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।