छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए शेष चार सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने इन चार सीटों में से एक पर मौजूदा विधायक को टिकट नहीं दी है। भाजपा ने इसके साथ ही राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राज्य में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होना है। मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
चारों सीटें अनारक्षित श्रेणी की हैं तथा सभी सीटों पर नए चेहरों को मैदान में उतारा गया है। पार्टी ने बेलतरा सीट से मौजूदा विधायक रजनीश सिंह का टिकट काट दिया है। वहां से युवा चेहरे सुशांत शुक्ला को मैदान में उतारा गया है। राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य शुक्ला (40) भाजपा की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य सह-प्रभारी हैं।
पार्टी ने अंबिकापुर सीट पर राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है। अग्रवाल भाजपा की सरगुजा जिला कार्यकारिणी समिति के सदस्य हैं। अंबिकापुर से उपमुख्यमंत्री और निवर्तमान विधायक टीएस सिंहदेव कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। पेशे से व्यवसायी अग्रवाल 2018 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। दो अन्य उम्मीदवार धनीराम धीवर (कसडोल सीट) और दीपेश साहू (बेमेतरा) भी नए चेहरे हैं।
राज्य में भाजपा के मीडिया संयुक्त प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने बताया कि भाजपा के 90 उम्मीदवारों में से 33 ओबीसी से, 30 अनुसूचित जनजाति से तथा 10 अनुसूचित जाति से हैं। पार्टी ने इस बार 13 मौजूदा विधायकों में से दो को टिकट नहीं दिया है। राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस ने भी सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। राज्य में जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः पांच और दो सीटें मिली थी। कांग्रेस के फिलहाल 71 विधायक हैं। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक पार्टी ने इस बार 75 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं भाजपा सत्ता में वापसी के लिए प्रयासरत है।