मई के महीने में पश्चिमी विक्षोभों के असर से दिल्ली के मौसम में बदलाव देखने को मिला है। इन पश्चिमी विक्षोभ के चलते हुई बूंदाबांदी और तेज हवाओं के चलते पिछले लगभग डेढ़ महीने से ज्यादातर समय तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। इतना ही नहीं 1 मई को 13 साल में दूसरा सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया है।
राजधानी दिल्ली में इस बार फरवरी का महीना बेहद गरम रहा था। महीने का औसत तापमान सामान्य से तीन डिग्री से भी ज्यादा था। मार्च के पहले पखवाड़े में भी गर्मी का रुख ऐसा ही रहा, लेकिन इसके बाद से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों का आगमन शुरू हुआ और इसके चलते मौसम में बदलाव होने लगा।
अप्रैल के महीने में ही थोड़े-थोड़े अंतराल पर पांच पश्चिमी विक्षोभों का असर देखने को मिला है। इसके चलते अप्रैल के महीने का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा है। सामान्य तौर पर अप्रैल महीने का औसत तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस रहता है। लेकिन, इस बार अप्रैल महीने का औसत तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस रहा है। मई महीने के पहले सप्ताह में भी मौसम का रुख ऐसा ही बने रहने के आसार हैं।
बता दें कि मई में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से ऊपर ही रहता है। आंकड़े बताते हैं कि 2021 में 20 मई को 119 मिलीमीटर बारिश हुई थी। 20 मई 2021 को अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था, जो कि मई के लिए 13 साल में सबसे कम अधिकतम तापमान था। अब एक मई 2023 को अधिकतम तापमान सबसे कम यानी 26.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।