चीन में अब तक कहर बरपा रहे कोरोना वायरस ने अब पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. 2019 के पैटर्न पर चीन में तांडव मचाने वाले कोरोना वायरस ने जापान में भी सिर उठा लिया है और काफी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है. जापान में बुधवार को एक दिन में 2 लाख नए केस मिलने से हड़कंप मच गया. इतना ही नहीं, जापान में कोरोना वायरस से इस नई लहर में अब तक करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि 2019 में भी दिसंबर में ही चीन में कोरोना ने कोहराम मचाना शुरू किया था और इस बार भी कुछ वैसा ही पैटर्न दिख रहा है.
जापान में बुधवार को कोरोना वायरस के 201,106 नए केस दर्ज किए गए, जो मंगलवार की तुलना में 15,412 नए केस ज्यादा थे. वहीं, जापान का राजधानी टोक्यो में 21,186 नए केस आए, जो मंगलवार की तुलना में 763 अधिक थे. देश में कोरोना वायरस से अब तक 296 लोगों की मौत हो चुकी है. इतना ही नहीं, अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में भी काफी इजाफा हो रहा है.
दरअसल, कोरोना संबंधी पाबंदियां हटाने के बाद जापान में पर्यटकों की बाढ़ आ गई है और माना जा रहा है कि कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है. केवल नवंबर महीने में जापान में विजिटरों की संख्या लगभग 1 मिलियन पहुंच गई थी. दो साल तक रहे प्रतिबंधों के बाद यह पहली बार था, जब जापान में इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक आए थे.
बता दें कि चीन के बाद जापान में भी इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामलों का मिलना यह दर्शाता है कि अब पूरी दुनिया में कोरोना एक बार फिर से तांडव मचाने को तैयार है. चीन के बाद अब जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका में भी कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. चीन में कोराना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए सब-वैरिएंट्स की वजह से संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.
चीन में अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो सब-वैरिएंट बीए.5.2 और बीएफ.7 ने तबाही मचा रखी है. भारत भी अब इससे अछूता नहीं है, क्योंकि जिस ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट बीएफ.7 चीन में तबाही मचा रहा है, उसके तीन मामले भारत में भी मिल चुके हैं. यही वजह है कि भारत में भी सरकार अलर्ट मोड में आ गई है और लगातार समीक्षा बैठक कर रही है.