तेजी से फैल रहे ओमिक्रोन वैरिएंट को रोकने के लिए पूरे यूरोप में देशों ने सख्त पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। ब्रिटेन दो हफ्ते के लिए लाकडाउन लगाने की तैयारी में है तो नेपाल और दक्षिण कोरिया समेत कई अन्य देशों ने भी इस वैरिएंट को रोकने के लिए कई सख्त एहतियाती कदम उठाए हैं। फ्रांस और आस्ट्रिया में यात्रा संबंधी सख्त पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। पेरिस में नए साल की पूर्व संध्या पर होने वाली आतिशबाजी को रद कर दिया गया है। डेनमार्क ने थियेटर, सिनेमा हाल, मनोरंजन पार्को को बंद करने के साथ ही पब और रेस्त्रां में लोगों की संख्या सीमित कर दी है। आयरलैंड ने पब और बार में रात आठ बजे के बाद कर्फ्यू लगाने यानी बंद करने का आदेश दिया है। खुले और बंद स्थानों पर होने वाले समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या भी सीमित कर दी गई है।
नीदरलैंड में भी एक विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को लागू करने पर सरकार विचार कर रही है जिसमें आंशिक रूप से सख्त लाकडाउन लगाने को कहा गया है। हालांकि, पाबंदियों को लेकर फ्रांस समेत यूरोप के कुछ देशों में लोगों का विरोध भी शुरू हो गया है। ब्रिटेन में ओमिक्रोन समेत अन्य वैरिएंट की चेन को तोड़ने के लिए दो हफ्ते के लिए प्रतिबंधित लाकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है। यहां पहले से ही सख्त पाबंदियां लागू हैं जहां बंद स्थानों पर मास्क पहनना और बड़े समारोहों और नाइट क्लब में जाने के लिए टीकाकरण या निगेटिव कोरोना जांच रिपोर्ट को अनिवार्य बनाया गया है।
नेपाल ने जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका समेत 67 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए 14 दिन के क्वारंटाइन को अनिवार्य बना दिया है। इसमें सात दिन होटल में और सात दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा। संक्रमित पाए जाने पर विशेष कोरोना अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराया जाएगा। संक्रमण के मामलों के बढ़ने पर दक्षिण कोरिया ने भी पाबंदियों को सख्त कर दिया है। पिछले चार दिनों से रोज सात हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर मामले स्थानीय स्तर पर संक्रमण के हैं।
राजधानी सियोल में किसी भी निजी पार्टी या समारोह में अब छह के स्थान पर अधिकतम चार लोग ही शामिल हो सकते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में यह संख्या आठ है। सिर्फ पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों के ही रेस्त्रां या कैफे में जाने की अनुमति है। अफ्रीका के कई देशों में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। संक्रमितों का आंकड़ा 91 लाख को पार कर गया है। दक्षिण अफ्रीका, मोरक्को, ट्यूनिशिया और इथोपिया में सबसे ज्यादा संक्रमित अब तक मिल चुके हैं।