पश्चिम बंगाल में पेट्रोल-डीजल के दामों (West Bengal Petrol Diesel Price) में कटौती को लेकर बंगाल बीजेपी (Bengal BJP) ने लगातार आंदोलन की घोषणा की है. सोमवार को बीजेपी के समर्थकों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. केंद्र द्वारा पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत कम करने की पहल के बाद बीजेपी नेता ममता सरकार पर कीमत में कटौती के लिए दवाब बना रहे हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने विश्व बांग्ला शरद सम्मान पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार होती वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल सरकार प्रति लीटर एक रुपए की रियायत देती है.
बता दें कि केंद्र सरकार ने दिवाली पर पेट्रोल-डीजल से एक्साइज ड्यूटी कम कर लोगों को राहत दी है. केंद्र के फैसले के बाद बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों ने वैट भी कम कर दिया है, लेकिन बंगाल सरकार ने अभी तक इस बाबत कोई भी कदम नहीं उठाया है, जबकि ममता बनर्जी लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करती रही हैं.
लगातार बढ़ रही हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतें
मुख्यमंत्री ने पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर केंद्र पर निशाना सधाते हुए कहा कि प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ रही है. समस्या यह है कि पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ रहे हैं, तो किसान खेती कैसे करेंगे! खेती में डीजल का प्रयोग होता है.उन्होंने कहा, “समस्या यह है कि पेट्रोल और डीजल की कीमत इतनी बढ़ रही है. केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल और गैस से चार लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. वे दूसरे राज्यों में हजारों करोड़ रुपये दे रहे हैं. वे हमें नहीं देते हैं. हमें पैसे भी नहीं देते हैं और न ही वैक्सीन देते हैं.”
सरकारी योजना लागू करने के मामले में बंगाल है नबंर वन
उसके बाद मुख्यमंत्री कहा, ”बड़े-बड़े शोर मचाये जा रहे हैं. हम भी राज्य सरकार की ओर से एक रुपये प्रति लीटर की रियायत भी देते हैं. क्या आप दिखा सकते हैं कि दुनिया में कहीं भी हमारे राज्य जैसी कितनी योजनाएं हैं? समाज सुधार में बंगाल नंबर वन है. ईश्वर चंद्र विद्यासागर, राजा राममोहन राय, रवींद्र और नजरूल की विचाराधारा का क्रियान्वयन हमारी सरकार द्वारा किया गया है. हमें इस पर गर्व है.”