पेगासस जासूसी कांड को लेकर इस समय देश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. इस मुद्दे को लेकर सभी विपक्षी दल लामबंद हैं. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर देश को बदनाम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब करने और भारत को अस्थिर करने के लिए मंसूबों पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि ये अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
कोविड के दौरान विपक्ष ने उपद्रव फैलाने की कोशिश की है. मानसून सत्र में जहां अहम मुद्दों पर चर्चा होनी थी, वहां इससे ठीक पहले ऐसी एक खबर जारी की गई, यह लोकतंत्र के पतन को दर्शाता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह नकारात्मक भूमिका में है. जाने अनजाने विपक्ष उन अंतरराष्ट्रीय साजिशों का शिकार हो रहा है, जो किसी न किसी रूप में भारत को अस्थिर और अस्त-व्यस्त करना चाहते हैं.
विपक्ष ने किया भारत की छवि धूमिल
कोरोना कालखंड के अंदर विपक्ष के इस नकारात्मक रवैये के कारण भारत की छवि पहले ही काफी आहत हुई है. COVID के दौरान विपक्ष ने यह दिखाने की कोशिश की कि सरकार राज्य के मामलों से बेखबर है. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है. देश में जब भी कोई महत्वपूर्ण आयोजन होता है तो जाने अनजाने में विपक्ष देश का नाम खराब करने की साजिश का शिकार हो जाता है.
तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के यशस्वी नेतृत्व को बदनाम करना, देश की छवि को लगातार धूमिल करना विपक्ष के एजेंडे का हिस्सा बन चुका है. इस दौरान उन्होंने सोमवार को संसद सत्र में हुए हंगामे को लेकर भी विपक्ष पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि पीएम नए मंत्रियों का परिचय देते हैं, लेकिन विपक्ष इसके पक्ष में नहीं था. संसद वह जगह है जहां कोई अपनी बात रख सकता है, लेकिन जो उपद्रव हुआ वह लोकतंत्र के खिलाफ है.