दक्षिण पश्चिम मानसून (South-west monsoon) अपने आखिरी चरण में देश के ज्यादातर हिस्सों (most parts of country) में जमकर बरस (Heavy rain) रहा है। शनिवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश (Western Madhya Pradesh), पूर्वी राजस्थान (Eastern Rajasthan) और गुजरात (Gujarat) क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई समेत जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पूर्वोत्तर के राज्यों और तमिलनाडु, केरल, ओडिशा लगभग सभी राज्यों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अभी दो दिन कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के 25 से ज्यादा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई है और यलो से लेकर रेड अलर्ट तक जारी किया है। कम दबाव का क्षेत्र बनने से घनघोर बारिश भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते ही शनिवार को दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, उससे सटे राजस्थान और गुजरात के क्षेत्रो में असाधारण रूप से भारी वर्षा दर्ज की गई।
तेज हवा के साथ मूसलाधार बौछारें पड़ेंगी
आईएमडी ने अगले दो दिन उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ ही पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ समेत पूर्वोत्तर के राज्यों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा किनारे वाले क्षेत्रों, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, केरल, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी के कई क्षेत्रों में तेज हवा से साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने का भी खतरा है। मौसम विभाग ने 17-18 सितंबर को भारी बारिश को लेकर पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।