गोरखपुर पुलिस को देर रात बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने एक लाख रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश विजय प्रजापति को एनकाउंटर में मार गिराया है. विजय प्रजापति के मारे जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. विजय पर लूट और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज हैं. उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी था. गगहा थानाक्षेत्र के जगदीशपुर भलुआन के रहने वाले बदमाश विजय प्रजापति ने 20 अगस्त को गांव में ही पिता से विवाद के दौरान वीडियो बना रही 17 साल की छात्रा काजल सिंह को गोली मार दी थी. गोलीबारी में गायल छात्रा काजल को गोरखपुर से केजीएमसी रेफर कर दिया गया. जहां पांच दिन बाद उसकी मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पुलिस ने विजय और उसके साथी के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. इसके अलावा विजय के खिलाफ गोरखपुर, बाराबंकी और देहरादून में कई संगीन वारदात को अंजाम देने के मुकदमें दर्ज थे.
दरअसल, पुलिस देर रात वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने बाइक सवार दो युवकों को रुकने का इशारा किया. रुकने के बजाय बाइक सवार संदिग्धों ने पुलिस पर गोली चला दी और भागने लगे. पुलिस ने भी जवाब में गोली चला दी. पुलिस की गोली विजय प्रजापति के सीने में लग गई. जबकि उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया. पुलिस घायल विजय को इलाज के लिए अस्पताल लेकर आई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गाय. विजय प्रजापति के पास से सीबीआई का फर्जी आईकार्ड भी बरामद हुआ है.
क्या बोले एसएसपी?
गोरखपुर के एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को रोकने का प्रयास किया. बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से एक बदमाश घायल हो गया. दूसरा बदमाश भागने में कामयाब रहा. जिस बदमाश को गोली लगी है, उसे अस्पताल लाया गया जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इसकी शिनाख्त विजय प्रजापति के रूप में हुई है.