रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) हर समय अपनी सुरक्षा को बरकरार रखने के लिए कई तरह की टेक्निक का इस्तेमाल करते हैं. इसमें खाने से पहले अपने भोजन को चेक करवाना और सार्वजनिक कार्यक्रमों में हाइली ट्रेंड स्पेशल यूनिट से घिरा रहना शामिल है. वहीं, रूसी राष्ट्रपति की सुरक्षा संभवतः इन दिनों कमजोर होगी, क्योंकि यूक्रेन पर हमला करने के बाद अधिकतर सैनिकों को सीमा की ओर रवाना कर दिया गया है. पुतिन अपनी सुरक्षा को लेकर हमेशा चौकस रहते हैं. रूस के राष्ट्रपति पर हमले का हमेशा ही खतरा बना रहता है. ऐसे में स्पेशल यूनिट उनकी सुरक्षा में हमेशा तैनात रहती है.
पुतिन के पास कुछ खास क्वालिटी वाले लोगों की एक टीम है. ये टीम किसी भी ऑपरेशन के दौरान मानसिक रूप से तैयार रहती है. इसके अलावा, टीम के पास शारीरिक सहनशक्ति, ठंड का सामना की क्षमता और गर्मी में पसीना नहीं आने जैसे गुण हैं. ये टीम एक विशेष ब्रीफकेस के साथ तैनात होती है. ब्रीफकेस पुतिन की रक्षा के लिए ढाल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. टीम के लोग कवच-भेदी गोलियों से भरी हुई 9एमएम एसआर -1 वेक्टर पिस्तौल के साथ तैनात होते हैं. पुतिन पर किसी भी हमले से पहले हमलवार को चार लेयर वाले सुरक्षा घेरे से निपटना होगा. टीम के सभी सदस्यों को 35 साल का होने पर रिटायर कर दिया जाता है.
चार लेयर के साथ कुछ इस तरह होती है सुरक्षा
रूसी राष्ट्रपति जब किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में होते हैं, तो वह इस स्पेशल यूनिट की चार लेयर से घिरे हुए होते हैं. इसमें एक सेक्शन फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस का होता है. लेकिन चार लेयर में से सिर्फ एक लेयर ही लोग देख पाते हैं. टीम की पहली लेयर के लोग हमेशा हर खतरे के लिए चौंकन्ने रहते हैं और अक्सर बुलेट प्रूफ ब्रीफकेस अपने साथ लेकर चलते हैं. इसके अलावा उनके पास एक खास तरह का छाता होता है, जो पुतिन को गोलियों से बचा सकता है. पुतिन की रक्षा में शामिल लोग हमेशा हमले के लिए तैयार होते हैं और हर कोई 9एमएम गुरजा पिस्तौल के साथ होता है. ये पिस्तौल एक मिनट में 40 गोलियां दाग सकती है.
वहीं, सुरक्षा की दूसरी लेयर वास्तव में रूस के राष्ट्रपति के आसपास नहीं होती है, बल्कि ये भीड़ में लोगों के बीच होती है. भीड़ में मौजूद इन अंडरकवर एजेंटों को पुतिन के प्रति किसी भी खतरे के दिखने पर कार्रवाई करने की इजाजत होती है. गार्ड की तीसरी लेयर भीड़ की परिधि के भीतर मौजूद होता है और चौथी लेयर छतों से स्नाइपर्स के तौर पर तैनात होती है. स्नाइपर्स का काम छतों से किसी भी खतरे से निपटना होता है. अगर ये चारों लेयर पुतिन की सुरक्षा करने में चूक जाते हैं, तो एक बख्तरबंद कार भी मौजूद होती है. ये कार हथियारों से लोड सैनिकों से तैनात होती है.
पुतिन की सुरक्षा के लिए होते हैं ये काम
फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस कई बार राष्ट्रपति के बॉडी डबल का भी इस्तेमाल करती है. राष्ट्रपति की टीम कई बार लोकेशन पर पहले ही पहुंचकर उसकी जांच करती है. विदेश यात्रा के दौरान भी ऐसा किया जाता है. पुतिन हमेशा ये सुनिश्चित करते हैं कि एक टीम लोकेशन पर जाए और हर संभावित खतरे का पता लगाए. इसमें होटल के कमरे जैसी छोटी चीजें और राष्ट्रपति द्वारा यात्रा की जाने वाली सड़कों जैसी बड़ी चीजें शामिल हैं, जिनकी जांच की जाती है. फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस में 50 हजार कर्मचारी हैं, जो पुतिन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की सुरक्षा करते हैं. इसके पास बिना किसी वारंट के तलाशी लेने का अधिकार है. पुतिन के खाने की भी एक व्यक्ति के द्वारा जांच की जाती है, ताकि जहर दिए जाने के खतरे को खत्म किया जा सके.