पाकिस्तान में इमरान खान की सत्ता पलट को अभी 10 महीने भी नहीं हुए हैं कि एक और बड़े फेरबदल की आहट मिलनी शुरू हो गई है. जी हां…अब लग रहा है पाकिस्तान के लोगों को फिर से नई सरकार नए पीएम का स्वागत करने का मौका मिल सकता है. अच्छा यह हम अपने मन से नहीं कह रहे..ये बात खुद पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में हो रहे बदलावों से निकल कर आ रही है.
दरअसल पाकिस्तान में हाल के एक सप्ताह में जो बातें हुई हैं उससे साफ हो चुका है कि शाहबाज शरीफ की सरकार के दिन लद गए हैं. आपके लिए मैं इसकी एक एक परत खोलता हूं. शुरुआत करते हैं पाकिस्तान में सप्ताह भर से चल रही राजनीतिक उठापटकों से. पाकिस्तान की सरकार में गठबंधन की पार्टियों से चलती है और इस गठबंधन को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (Pakistan Democratic Movement) कहते हैं.
इस गठबंधन के मुखिया प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ हैं. पर बीते सप्ताह इस गठबंधन की एक छोटी सी पार्टी मुताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) इसी गठबंधन की पार्टी पीपीपी से लड़ गई. MQM-P ने पीएम शाहबाज शरीफ को अल्टीमेटम दे दिया. MQM-P की मांग थी कि आज यानि 15 जनवरी को होने वाले चुनाव से पहले सिंध और कराची में फ्रेश डिलिमिटेशन कराया जाए और फिर लोकल बॉडी के इलेक्शन कराए जाएं. और अगर ऐसा नहीं होता है तो हम शाहबाज सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे.
अब रियल गेम यहां से शुरू होता है. कल सत्ता से बेदखल किए पूर्व पीएम इमरान खान ने एक न्यूज चैनल HUM टीवी को इंटरव्यू दिया..इमरान ने कहा कि शहबाज ने हमें टेस्ट किया और अब हम उसे टेस्ट करेंगे. राष्ट्रपति जल्द ही शाहबाज शरीफ को ट्रस्ट साबित करने के लिए कहेंगे. इमरान यही नहीं रूके बल्कि उन्होंने इशारों में यह भी कह दिया कि हमने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के लिए कुछ और भी आगे प्लान किया है.
दूसरी तरफ… एक और इंटरव्यू हुआ ये इंटरव्यू था पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी का. अल्वी ने कहा कि अगर उन्हें लगेगा कि शहबाज शरीफ की सरकार माइनोरिटी में आ चुकी है तो उन्हें बहुमत सिद्ध करने के लिए कहेंगे. इंटेरेस्टिंग बात यह थी कि अल्वी ने कहा कि इमरान खान की पीटीआई इस समय देश में सबसे पॉपुलर पार्टी है. अल्वी ने यह भी कहा कि इमरान खान की पीटीआई का पाकिस्तान के प्रांतों की असेम्बलियों का बहिष्कार करना जनता में खूब पॉपुलर है.
राष्ट्रपति अल्वी की इनडायरेक्ट बात
बात इनडायरेक्ट थी लेकिन जिस लहजे में अल्वी ने यह बात कही उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान में सत्ता पलट की पटकथा लिखी जा चुकी है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के इस बयान के बाद पाकिस्तान की सियासी हलकानों में भूकंप आ गया है.नेशनल असेंबली में जैसे ही ट्रस्ट वोटिंग होगी वैसे ही पाकिस्तान के प्रांतों में मजबूत होती इमरान की पीटीआई को शहबाज शरीफ से रूठी और टूटी पार्टियां इमरान खान को समर्थन दे देंगी.
आहट होते ही शहबाज गैंग एक्टिव
अब इस संभावना की आहट लगते ही शहबाज गैंग एक्टिव हो गया है. विदेश मंत्री बिलावल भूट्टो जरदारी ने कुछ ही देर पहले कहा कि अगर कॉन्फिडेंस मोशन लाया जाता है, तो उनकी पार्टी पीपीपी पीएम शहबाज शरीफ को सपोर्ट करेगी. अब बिल्कुल क्लियर है कि पाकिस्तान में आल इज नॉट वेल नहीं है, और महज 10 महीने बाद ही सत्ता पलट होने के भरपूर चांस हैं.