पाकिस्तान (Pakistan) में बाढ़ के बाद बढ़ती महंगाई से कोहराम मचा हुआ है. हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं. कंगाल पाकिस्तान में आटे के लिए लोग सड़क पर मर रहे है. आटे के दाम रोज बढ़ रहे है जिसकी वजह से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहा है. लोगों के लिए रोजमर्रा का सामान खरीदना मुश्किल हो गया है.
पाकिस्तान की स्थिति को देख लोग इसे दूसरा श्रीलंका बता रहे हैं, बता दें कि श्रीलंका (Srilanka) में आर्थिक स्थिति (Economic Situation) खराब होने के बाद वहां के लोग महंगाई से परेशान होकर सड़क पर उतर आए थे और राष्ट्रपति भवन तक में घुस गए थे.
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के चलते लोग भूखमरी से जूझ रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान का एक तबका अपने ऐशो आराम पर खर्चे में कमी नहीं छोड़ रहा है. पाकिस्तान की जियो न्यूज के अनुसार, आर्थिक संकट के बावजूद केवल पिछले छह महीनों में 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर की कारों का आयात किया गया है. पाकिस्तानियों ने कारों और अन्य संबंधित सामानों के आयात पर 1.2 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं.
पाकिस्तान डॉलर की भारी कमी का सामना कर रहा है और उसके पास 5 अरब डॉलर से भी कम का भंडार बचा हुआ है जो उसके तीन सप्ताह के आयात के वित्तपोषण के लिए शायद ही पर्याप्त है. रिपोर्ट के अनुसार, पकिस्तान सरकार को लग्जरी कार या अन्य सामानों पर भारी खर्च को रोकने के लिए नई नीति लानी चाहिए, लेकिन यहां सरकार भी पूरी तरह से विफल होती नजर आ रही है.