दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर धरने पर बैठे पहलवानों (wrestlers on strike) के समर्थन में रविवार को महापंचायत(Mahapanchayat) होने जा रही है। इसको देखते हुए हरियाणा (Haryana) से सटी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बहादुरगढ़ में दिल्ली से लगती पांच सीमा पर नाके लगाए गए हैं। किसी भी संदिग्ध वाहन (suspicious vehicle) को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। पुलिस को आशंका है कि रविवार को खाप प्रतिनिधि व किसान (Khap representative and farmer) बहादुरगढ़ के रास्ते दिल्ली में प्रवेश करेंगे।
सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में खाप
महम (रोहतक) चौबीसी सर्वखाप पंचायत के आह्वान पर बृजभूषण प्रकरण को लेकर महम में हरियाणा की विभिन्न खाप पंचायतों की शनिवार को बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता महम चौबीसी के प्रधान मेहर सिंह नंबरदार ने की। प्रधान के कार्यालय में आयोजित बैठक में लगभग 65 खाप प्रतिनिधि सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। पंचायत में दिल्ली में धरनारत खिलाड़ियों का समर्थन करने का निर्णय लेते हुए रविवार को जंतर-मंतर पर पहुंचने का फैसला लिया गया। वहीं आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए 31 सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया।
बैठक में सुरेश कोथ सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि हमारी बेटियों को बाल पकड़ कर खींचा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इन बेटियों को अपने परिवार की बेटियां बताया था। उसके बावजूद भी उनको न्याय नहीं दिया जा रहा। खापों के प्रतिनिधि जंतर-मंतर पर पहुंचकर धरनारत खिलाड़ियों के हकों की आवाज को बुलंद करेंगे। जिन बेटियों ने देश का मान बढ़ाया उनकी बात को सुना जाना चाहिए। महम चौबीसी सर्वखाप पंचायत के मुख्य सचिव रामफल राठी ने कहा कि महिला पहलवानों के समर्थन में खापों के साथ किसान और सामाजिक संगठन एकजुट हैं। एक फैसला पंचायत ने अलग से लिया है जिसका खुलासा जंतर-मंतर पर पहुंच कर किया जाएगा।
यह बेटियों के मान सम्मान की बात है…
खाप प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह महिला खिलाड़ियों के साथ मनमानी करते हैं। कहा कि एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली विनेश फोगाट, कुश्ती खिलाड़ी साक्षी मलिक व अन्य महिला खिलाड़ियों ने फेडरेशन अध्यक्ष पर संगीन आरोप लगाए हैं उसके बावजूद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
खाप प्रतिनिधियों ने चेताया कि सरकार खिलाड़ियों की मांगों को मानते हुए ब्रजभूषण को तुरंत गिरफ्तार करे, अन्यथा खापों के कठोर फैसले का सामना करने के लिए तैयार रहे। यह बेटियों के मान सम्मान की बात है और इनके सम्मान की लड़ाई में पंचायत किसी भी हद तक जा सकती है।
इस दौरान मा.रामफल राठी, कृष्ण बडाली, सैमाण तपा प्रधान हुकम सिंह, मोखरा तपा प्रधान रामकिशन मलिक, निंदाना तपा प्रधान सरजू राठी, बलवान नंबरदार लाखनमाजरा, मुंढाल तपा से दयानंद, बहलबा तपा से बलजीत राठी, महम तपा से महाबीर सिंह व संदीप नहरा के अलावा कंडेला खाप, धनखड़ खाप, फौगाट खाप, सांगवान खाप, हुड्डा खाप, सतरोल खाप, कादयान खाप, दहिया खाप, पंचगामा, अठगामा बहुअकबरपुर, सतगामा, डाडन खाप,राखी बारहा, जाटू खाप, नहरा खाप, सिवाच खाप, सतगामा खाप, कुंडू खाप, सहित विभिन्न खापों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पहलवानों को समर्थन : किसान आठ मई को करेंगे दिल्ली कूच
दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरनारत पहलवानों के समर्थन में खुलकर आए किसानों ने आठ मई को दल-बल सहित दिल्ली कूच की घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) ने देशभर के किसानों के साथ ऑनलाइन बैठक कर व खरखौदा में पंचायत कर निर्णय लिया है कि किसान दिल्ली के लिए कूच करने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली के घेराव की रणनीति भी बनाएंगे। पंचायत में खाप प्रतिनिधियों ने भी किसानों का साथ देने की घोषणा की।
खरखौदा के पिपली में शनिवार को कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) टोल के पास संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) के नेतृत्व में किसानों की पंचायत व बाद में ऑनलाइन बैठक की गई, जिसमें किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसानों ने निर्णय लिया है कि वह आठ मई को जंतर-मंतर के लिए कूच करेंगे। किसान बेटियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं कर सकते। किसानी व पहलवानी बचाने के लिए किसानों को एक बार फिर सड़क पर उतरने को मजबूर किया जा रहा है। किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बेटियों का अपमान किया है। किसान दिल्ली के घेराव की रणनीति भी बना रहे हैं। वहीं खाप पंचायतों ने भी पहलवानों के साथ खड़े रहने का निर्णय लिया है।
खेल का मैदान फतह किया अब जंतर-मंतर फतह करके जाएंगे : बजरंग पूनिया
दिल्ली पुलिस संग पहलवानों की झड़प के बाद हर तरफ से पहलवानों को समर्थन मिल रहा है। इसके साथ ही समर्थकों का हौसला बढ़ाने के लिए ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया भी सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट से उन्हें उत्साहित कर रहे हैं। बजरंग पूनिया की पोस्ट खेल का मैदान फतह किया, अब जंतर-मंतर फतह करके जाएंगे को लगातार लोगों का समर्थन मिल रहा है। उनकी दूसरी पोस्ट अगर तू जिंदा है तो जिंदा नजर आना जरूरी है भी चर्चा का विषय बनी हुई है। पहलवानों के धरने के बाद से किसान व खाप संगठनों के साथ ही सामाजिक व राजनीतिक दल भी उनके समर्थन को लगातार जुटे हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय पहलवान एवं ओलंपियन बजरंग पूनिया सोशल मीडिया के माध्यम से भी धरने के समर्थन में माहौल बनाने में जुटे हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने संदेश पोस्ट किया है कि ‘खेल का मैदान फतह किया, अब जंतर-मंतर फतह करके जाएंगे। उन्होंने अपनी यह पोस्ट उस गाने के साथ लगाई है जिसके बोल है कि कोशिशें ही कामयाब होंगी, जब तेरी ये जिद आग होगी, फूंक देंगी ना उम्मदियां। तेरे पीछे-पीछे ये रास्ते चलके, पांवों के निशानों में ढलके ढूंढ लेंगे अपना आसियां, जिसमें उन्होंने अपनी मेहनत करते वीडियो के साथ साक्षी मलिक व विनेश फोगाट का वीडियो शेयर किया है। वहीं उनकी दूसरी पोस्ट भी जमकर चर्चा में है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘तेरे में क्या हुनर है यह बताना जरूरी है, अगर तू जिंदा है तो जिंदा नजर आना जरूरी है’। साथ ही उनकी पोस्ट ‘लड़े जंग वीरों की तरह, जब खून खौल फौलाद हुआ, मरते दम तक डटे रहे वो, तब ही तो देश आजाद हुआ’। इस संदेश के साथ उन्होंने गाना पोस्ट किया है सौंगध मुझे इस मिट्टी मैं देश नहीं मिटने दूंगा, यह देश नहीं मिटने दूंगा। उनकी पोस्ट पर लगातार समर्थन मिल रहा है।