बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) के फुलवारीशरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India-PFI) के दफ्तर में बांग्लादेशी आतंकी संगठन (Bangladeshi terrorist organization) जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन (Jamiat-ul-Mujahideen-JMB) के मॉड्यूल पर भारतीय युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग दी जा रही थी। फुलवारीशरीफ के नया टोला से गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है। पीएफआई के मिशन 2047 के तहत भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मकसद से मार्शल आर्ट आड़ में मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने और दंगे फैलाने के लिए तैयार किया जा रहा था। इस खुलासे के बाद खुफिया और जांच एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं।
बांग्लादेश के साथ भारत में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देनेवाले जेएमबी ने अपने शुरूआती दौर में युवाओं को आतंकी वारदात के लिए ट्रेंड करने का यही पैटर्न अपनाया था। जेएमबी बांग्लादेश में मसदरों में मार्शल आर्ट देने की बात करता था पर उसकी जगह राइफल-पिस्टल के साथ तलवार और चाकू आदि का इस्तेमाल करना सिखाया जाता था। पीएफआई भी कुछ इसी तर्ज पर युवाओं को ट्रेंड कर रहा है। फुलवारीशरीफ के नया टोला में पीएफआई के दफ्तर में कहने को तो मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही थी पर वहां हथियार चलाने से लेकर देश विरोधी बातें सिखाई जाती थी।
जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) बांग्लादेश का आतंकी संगठन है। बांग्लादेश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के बाद उसने भारत में अपने पैर पसारने शुरू किए हैं। इसी बीच बांग्लादेश की सरकार ने जेएमबी पर कड़ी कार्रवाई की तो उसके कुछ सदस्यों ने न्यू जेएमबी बना लिया। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्टोरेंट में कुछ साल पहले हुए हुए हमले को इसी गुट ने अंजाम दिया था। आतंकियों का यह गुट ज्यादा क्रूर था और आईएस की तरह आक्रामक दिखना चाहता था। इसका फायदा आईएस ने उठाया और बाद में वही आतंकी गुट आईएस (बीडी) यानी आईएस बांग्लादेश बन गया।
केरल का रसलान आतंक की ट्रेनिंग देने आया था बिहार
पीएफआई में बड़ी हैसियत रखने वाले रसलान को बिहार में आतंकी ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी मिली थी। फुलवारीशरीफ में पीएफआई के कार्यालय में 6 और 7 जुलाई को हुई ट्रेनिंग में वह खुद मौजूद था। उसके साथ दक्षिण भारतीय राज्यों से कुछ अन्य लोग भी यहां आया-जाया करते थे।
सूत्रों के मुताबिक रसलान मूल रूप से केरल का रहने वाला है। वह पीएफआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य है। साथ ही, संगठन से जुड़े लोगों को ट्रेन करने का काम भी करता है। फिलहाल उसका ठिकाना चेन्नई में बताया जाता है। पीएफआई में बड़े ओहदेदारों में ज्यादत्तर केरल और कर्नाटक के लोग बैठे हैं।
बिहार में पीएफआई का खड़ा हो रहा संगठन
बिहार में पीएफआई का राज्य मुख्यालय कटिहार में बताया जाता है। पटना के फुलवारीशरीफ में जिला कार्यालय खोला गया था। सूत्रों के मुताबिक राज्य में पीएफआई ने अपने साथ बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ रखा है। इसके 100-125 तो हार्डकोर सदस्य हैं। इन्हीं में अतहर परवेज का नाम भी शामिल है। वह पीएफआई का पटना का जिलाध्यक्ष है। पटना में छापेमारी के दौरान पुलिस ने अतहर को गिरफ्तार किया।
फुलवारी के आतंकी पाठशाला में ट्रेनिंग लेने वालों में दो दर्जन लोगों की पहचान हो गई है। हालांकि इनकी संख्या इससे कहीं ज्यादा बताई जा रही है। किन लोगों ने यहां आतंकी की ट्रेनिंग ली और उनका ठिकाना कहां है, इसे ढूंढ निकालना खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती होगी। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ बिहार एटीएस भी इसकी तहकीकात जुट गई है।