बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर केन्द्र सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा यह दावा करना कि ऑक्सीजन की कमी से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक भी मौत नहीं हुई है। यह पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के दौरान देश में जो अफरातफरी मची वो किसी से छिपी हुई नहीं है। पूरे देश ने देखा की ऑक्सीजन की कमी से कैसे लोग जूझ रहे थे। अस्पतालों में लोग दम तोड़ रहे थे। केंद्र सरकार को इस दौरान विदेशों से भी मदद लेनी पड़ी। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए रेल, सेना का लगानी पड़ी फिर भी किल्लत दूर नहीं हुई।
मायावती ने कहा कि हास्पिटलों में ऑक्सीजन नहीं होने से 20-20, 50-50 लोगों की मौत हो जाने को देश ने देखा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति-दुःखद है। यह सरकार का सबसे बड़ा झूठ है। उन्होंने कहा कि ऐसे मिथ्या बयानों से जनता में केन्द्र के प्रति अविश्वास भी पैदा हो रहा है।
1. भारत में आक्सीजन की कमी से कोरोना की दूसरी लहर में खासकर जो अफरातफरी व मौतें आदि हुई। तो उससे निपटने के लिए केन्द्र सरकार को विदेशी सहायता तक भी लेनी पड़ी, यह किसी से भी छिपा नहीं है, फिर भी आक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति-दुःखद।
— Mayawati (@Mayawati) July 22, 2021
उन्होंने कहा कि आगे कोरोना की तीसरी लहर अगर आई तो क्या होगा? जबकि केन्द्र एवं राज्य सरकारों की भी प्राथमिकता व उत्तरदायित्व जनता के प्रति शत-प्रतिशत होना चाहिए। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने संसद में कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश में एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर सरकार के प्रति लोगों की नाराजगी देखी जा रही है। सरकार के इस बयान से देश में विपक्षी दल हमलावर हो गये हैं।