सियासत के रण (political battles)में दिल्ली(Delhi) को साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को अपने तरकश (quiver)के सभी तीर चलाए। इस दौरान पीएम ने कच्ची कॉलोनी (Kachchi Colony)में हो रही रजिस्ट्री के नाम पर बड़े वर्ग को लुभाया। साथ ही जहां झुग्गी वहीं मकान योजना का हवाला देकर गरीबों को भी साधा। रैली में पीएम ने 10 वर्षों के अपने काम का हिसाब भी दिया। दिल्ली में हुए विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बताया तो दिल्ली को विकसित देश की राजधानी की तर्ज पर बनाने का वादा भी किया। कांग्रेस और ‘आप’ के गठबंधन पर तंज कसा और दिल्ली सरकार को विकास में बाधा बताया।
प्रधानमंत्री ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के यमुना खादर के पुश्ते पर जनसभा में करीब 34 मिनट के अपने संबोधन में केंद्र सरकार की उपलब्धियों और अपने राजनीतिक जीवन से जुड़े सफर को भी गिनाया। साथ ही बीते 10 वर्षों के दौरान दिल्ली में हुए कामों को लेकर विपक्ष पर भी निशान साध। उन्होंने कहा कि हर परिवार, घर का हर मुखिया अपने वारिस के लिए सोचता है लेकिन मुझे तो वो भी नहीं करना है। देश के 140 करोड़ लोग ही मेरे वारिस हैं और वो ही मेरे परिवार है। मैं आपके लिए दिन रात मेहनत कर रहा हूं, तप रहा हूं। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने घर छोड़ने से लेकर अपने कामों को भी लोगों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि मेरा पल-पल आपके लिए, मेरा पल-पल देश के लिए समर्पित है। आपके सपने ही मेरा संकल्प हैं। आपके सपने पूरे हो, इसलिए मेरी पूरी जिंदगी आपके लिए कुर्बान है। 50 वर्ष पहले जब घर को छोड़कर चला था तो मुझे पता नहीं था कि एक दिन लाल किले पर तिरंगा फहराऊंगा।
पीएम ने रैली में दिल्ली के विकास के बारे में विस्तार से बताया
पीएम मोदी ने दिल्ली में कराए गए विकास कार्यों को गिनाया। पीएम संग्रहालय, समर संग्रहालय, पुलिस संग्रहालय का निर्माण सत्तर साल बाद मोदी सरकार ने किया। पीएम ने कहा कि दिल्ली में अभी कई संग्रहालय बनने हैं। नई संसद और कर्तव्य पथ बदलती दिल्ली की निशानी हैं। सड़कों के बारे में बताया कि नेशनल हाईवे दोगुने से ज्यादा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि मेट्रो में करीब 65 लाख लोग रोज सफर करते हैं और अब मेट्रो का रास्ता विकास की तरफ खुलता है। पीएम ने उत्तर-पूर्वी, पूर्वी और चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र की रैली में दिल्ली के विकास के बारे में विस्तार से बताया।
विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम ने अपने अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस और ‘आप’ के गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली और हरियाणा में एक साथ है तो पंजाब में कुश्ती कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि दिल्ली में चार पीढ़ियों तक राज करने वाली कांग्रेस को यहां लड़ने के लिए चार सीट नहीं मिलीं, लेकिन उनका घमंड कम नहीं हुआ है। मोदी ने ‘आप’ सरकार पर दिल्ली के विकास में रोड़ा अटकाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे 70 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को फ्री मेडिकल सेवा देना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार के अस्पतालों में योजना लागू नहीं होती। सभी कार्यकर्ता जाकर इस बारे में राजधानी के बुजुर्गों को बताएं।
विकसित दिल्ली बननी चाहिए
नरेंद्र मोदी ने आगे की योजनाओं का खाका भी खींचा। उन्होंने कहा कि दिल्ली को विकसित देश की राजधानी की तरह दिखना और बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जी-20 समिट में बाहर के देशों के प्रतिनिधि दिल्ली को देखकर भौचक्के रह गए। दिल्ली में अभी और विकास कार्य होने हैं।
जनता की नब्ज टटोली
मोदी ने अपने भाषण के जरिये बार-बार जनता की नब्ज टटोली। सीएए कानून बनने के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे हुए थे। सीएए के खिलाफ आंदोलन भी हुए थे। पीएम ने कहा कि विपक्षी सीएए का विरोध करते रहे, लेकिन उनकी सरकार ने इसे लागू किया। पीएम मंच पर सीएए कानून के तहत नागरिकता पाए दो परिवारों से भी मिले। करीब 33 मिनट के भाषण में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र, ‘आप’ और कांग्रेस के गठबंधन के साथ दिल्ली के स्थानीय मुद्दों पर बात की।
13 देशों के प्रतिनिधि पहुंचे संबोधन सुनने : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुनने के लिए विदेशी प्रतिनिधिमंडल सभा स्थल पर पहुंचा था। 13 देशों के 25 प्रतिनिधि सभा में पहुंचे, जिनमें आठ राजदूत, दो डिप्टी राजदूत व अन्य अधिकारी शामिल हुए। जिन देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए उनमें रूस, ऑस्ट्रेलिया, यूके समेत अन्य देश शामिल हैं।
सीएए के तहत नागरिकता मिलने पर अभिनंदन किया
समान नागरिक संहिता (सीएए) के तहत जिन परिवारों को हाल ही में भारत की नागरिकता मिली है, उन परिवारों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री का मंच पर अभिनंदन किया। सबसे पहले यशोदा ने प्रधानमंत्री का अभिवादन किया। इसके बाद दीया भारती ने अपने हाथों से बना शाल देकर प्रधानमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान सीएए का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली में सडकें जाम कर दी गईं, दंगे भड़काए गए। आज दो परिवार मुझ से मिले, वो पड़ोस से प्रताड़ित होकर आए। उनको भारत के नागरिकता मिली। वह खुशी जताने के लिए आए थे। यह कौन लोग हैं। यह हिंदू है, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्ध हैं। इनमें से ज्यादातर हमारे दलित परिवार हैं। इसलिए इनका इतना विरोध किया गया।
कुछ देर पहले मंच पर जो बिटिया मिलने आई, वो पाकिस्तान के हिन्दू परिवार से आई। उसे नागरिकता मिल गई है। उसे उज्जवल भविष्य की गारंटी मिल गई है। यह इंडी गठबंधन वाले घुसपैठियों के लिए आंसू बहाते हैं, लेकिन जिनके साथ 1947 में जुल्म हुआ उन्हें अच्छी नजर से नहीं देखते।
महिलाओं की भी अच्छी संख्या रही
भीड़ में सबसे ज्यादा युवाओं की भीड़ देखने को मिली। इसके बाद महिलाओं की भी अच्छी संख्या थी। बुजुर्ग भी काफी संख्या में सभा में शामिल हुए। सभा शुरू होने से लेकर अंत तक अलग-अलग हिस्सों में ढोल नगाड़े बजते रहे। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान कुछ समय के लिए ढोलों की आवाज थमी तो जैसे ही मोदी की किसी बात पर लोग तालियां बजाते और नारे लगाते तो साथ में ढोल नगाड़े भी बजने शुरू हो जाते।
संकल्प सभा के दौरान भीड़ में दिखा जोश और उत्साह
संकल्प सभा में शामिल लोगों में खासा जोश और उत्साह देखने को मिला। लोग शाम 4 बजे से ही बड़ी संख्या में सभा स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए थे। मुख्य पंडाल के साथ में लगे पंडालों की कुर्सियां भी भर गई थीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने के लिए लोग पंडाल के बाहर भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। अपना समर्थन देने के लिए बड़ी संख्या में लोग केसरिया पगड़ी और 400 पार का नारा लिखी टी-शर्ट को पहनकर शामिल हुए थे। इन्होंने प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भाजपा और प्रधानमंत्री के समर्थन में 400 पार के जमकर नारे लगाए।