कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में कोहराम मचाया हुआ है. हर दिन संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. हालांकि, कई मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घर लौट चुके हैं मगर कुछ परिवारों पर कोरोना इस कदर भारी पड़ा है कि पूरा परिवार ही बिखर गया. हाल ही में जो मामला सामने आया है वो भोपाल (Bhopal) का है. यहां पहले मां, फिर पिता और अब बेटे की भी कोरोना से मौत हो गई है. जिस वजह से पूरा परिवार बुरी तरह टूटकर बिखर गया है.
बैंक मैनेजर शशांक दीक्षित की मां कोरोना संक्रमित पाई गई थीं और बीती 21 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई थी. इसके बाद 25 अप्रैल को पिता ने भी दम तोड़ दिया और अब संक्रमण की चपेट में आने से शशांक भी दुनिया को अलविदा कह गए. सबसे ज्यादा दुखी करने वाली बात ये है कि, जिस दिन शशांक की शादी की सालगिरह थी उसी दिन उन्होंने अंतिम सांस ली. बताया जा रहा है कि, शशांक की बहन की स्थिति भी नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है.
पत्नी और बेटे हुए अकेले
मिली जानकारी के मुताबिक, 29 अप्रैल 2012 में धूमधाम के साथ शशांक दीक्षित की शादी हुई थी. ये दिन पति-पत्नी दोनों के लिए बहुत खास था मगर साल 2021 की 29 अप्रैल ने पत्नी से उसका सुहाग और बेटे से पिता को छीन लिया. शशांक के जाने से पत्नी और बेटे पर क्या गुजर रही है इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है. बता दें, शशांक बैरागढ़ स्थित केनरा बैंक की शाखा में सीनियर मैनेजर के पद पर तैनात थे.
बैंककर्मियों पर कोरोना का कहर
कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में तबाही मचाई हुई है. हर तरफ सिर्फ चीख-पुकार मची है. वहीं मध्य प्रदेश में अब तक 3672 बैंककर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और कोरोना के कारण 46 बैंककर्मियों की मौत हो चुकी है. राज्य की करीबन 40 बैंक शाखाएं बैंककर्मियों की संक्रमित होने के कारण बंद कर दी गई है.
अपीलः जब लगातार लोगों की संक्रमित और मृत्यु की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप घर पर रहें और अपने साथ परिवार का भी ख्याल रखें. साथ ही सकारात्मक सोच के साथ इस मुश्किल स्थिति का सामना करें और मास्क, बार-बार हाथ धोना व सोशल डिस्टेंसिंग का जरूर पालन करें.