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दिल्‍ली से एक और सांसद को मोदी कैबिनेट में मिलेंगी जगह, रेस में बांसुरी स्वराज और कौन?

एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार(Government led by) का रविवार को शपथ ग्रहण समारोह(Oath taking ceremony) होना है, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव(assembly elections) को देखते हुए दिल्ली(Delhi) से एक या दो सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। महिला कोटे से बांसुरी स्वराज को जगह मिल सकती है। लगातार तीन बार जीते मनोज तिवारी भी प्रबल दावेदार हैं। पार्टी नेताओं में भी चयन को लेकर दिनभर चर्चा चलती रही।

मंत्री पद की दौड़ में आगे चल रहीं

पार्टी से जुड़े जानकार कहते हैं कि अगर केंद्रीय नेतृत्व महिला कोटे के तहत मंत्रिमंडल में जगह देने पर विचार करता है तो उसमें युवा होने के नाते बांसुरी स्वराज सबसे अहम दावेदार होंगी। पेशे से वकील बांसुरी नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती को 78 हजार से अधिक मतों से हराकर आई हैं। बांसुरी करीब दो वर्ष पहले ही विधिवत तौर पर राजनीति में आईं। पहले उन्हें दिल्ली भाजपा के विधि प्रकोष्ठ में दायित्व सौंपा गया। उसके बाद बीते वर्ष उन्हें प्रदेश इकाई में सचिव का दायित्व दिया गया। अब उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज कराई है।

कमलजीत भी अच्छे मतों से जीतीं

पश्चिमी दिल्ली से इस बार पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा का टिकट काटकर कमलजीत सहरावत को टिकट दिया गया। जाट समाज से आने वाली कमलजीत ने भी आम आदमी पार्टी प्रत्याशी महाबल मिश्रा को एक लाख 99 हजार से अधिक मतों से हराकर जीत दर्ज की। हरियाणा में होने वाले आगामी चुनाव को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी कमलजीत सहरावत को भी स्थान दे सकती है।

योगेंद्र चंदोलिया भी चर्चा में

इस लिहाज से पार्टी दलित मतदाताओं को साधने के लिए उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से जीतकर आए योगेंद्र चंदोलिया पर भी दांव लगा सकती है। दिल्ली में बड़ी संख्या में दलित मतदाता हैं, जिन्हें योगेंद्र चंदोलिया को मंत्रिमंडल में जगह देकर साधा जा सकता है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं। इसलिए दिल्ली से किसी अन्य चेहरे को भी मौका दिया जा सकता है। ध्यान रहे कि दिल्ली के कोटे से पहले भी दो मंत्री रहे हैं। बीते कार्यकाल में डॉ. हर्षवर्धन और मीनाक्षी लेखी को मंत्री बनाया गया था।

आगामी विधानसभा चुनाव पर नजर

पार्टी से जुड़े कुछ नेता कहते हैं कि दिल्ली से जिस भी व्यक्ति को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी उसके पीछे विधानसभा चुनाव को भी ध्यान में रखा जाएगा। पार्टी का अगला लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनाव को जीतने का है, जिसमें उसका मुकाबला आम आदमी पार्टी से होना है, जो 2015 से लगातार विधानसभा चुनाव जीतती आ रही है।